MP Assembly Elections: सपा अध्यक्ष का नाम सुनते ही कमलनाथ बोले ‘अरे भई छोड़ो अखिलेश-वखिलेश..’, SP का भी ऐलान

कमलनाथ ने अपने कार चालक को गाड़ी आगे बढ़ाने का आदेश दिया और वह आगे बढ़ गए. अखिलेश का नाम लिए जाने से पहले वह पत्रकारों को कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कह रहे थे कि एमपी में कांग्रेस को लेकर माहौल बहुत अच्छा है.

By अनुज शर्मा | October 20, 2023 3:16 PM

MP Assembly Elections 2023 : मध्य प्रदेश के विधान सभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन INDA के सहयोगी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में टकराव तेज हो गया है. कांग्रेस द्वारा विधान सभा की सीट सपा से शेयर नहीं किए जाने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जो तल्खी दिखाई थी. मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व को जिस तरह से कठघरे में खड़ा किया था, अब कांग्रेस की ओर से उस प्रतिक्रया आई है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अखिलेश को लेकर बेरुखी दिखाई है. शुक्रवार को मीडिया ने जब उनसे अखिलेश यादव के बयानों को लेकर सवाल किया तो बड़ी खिन्नता के साथ कहा कि ‘अरे भई छोड़ो अखिलेश-वखिलेश को… हम मध्य प्रदेश में सरकार बना रहे हैं.’यह कहते हुए कमलनाथ ने अपने कार चालक को गाड़ी आगे बढ़ाने का आदेश दिया और वह आगे बढ़ गए. इससे पहले वह पत्रकारों को कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कह रहे थे कि एमपी में कांग्रेस को लेकर माहौल बहुत अच्छा है. लोग फोन कर बता रहे हैं. कांग्रेस अच्छे नंबर से जीत हासिल करेगी. इसी बीच जब उनको कांग्रेस की दूसरी लिस्ट और अखिलेश को लेकर सवाल पूछे तो वह खिन्न हो गए. ‘अरे भई छोड़ो अखिलेश-वखिलेश … कहते हुए चले गए.

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मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि “कांग्रेस को जब समर्थन की जरूरत थी उस समय समाजवादी पार्टी ने उसका समर्थन किया. जिस समय कांग्रेस के नेताओं से बात हुई उस समय मैंने कहा था कि जो हमसे सहयोग लेना चाहो ले लो, हम भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे. उस समय रात 1 बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई. बैठक के बाद हमें आश्वासन दिया गया कि विधानसभा चुनाव में हमें लगभग 6 सीटें दी जा सकती हैं लेकिन जब कांग्रेस की सूची आई तो हमारी जीती हुई सीटों पर भी उन्होंने प्रत्याशी घोषित कर दिया. मजबूरी में समाजवादियों को अपने मजबूत क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझते हुए चुनाव लड़ाना पड़ रहा है. समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी केवल उन्हीं सीटों पर लड़ेंगे जहां हमारा संगठन है और जहां से हम भाजपा को हराना चाहते हैं.

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