Lucknow : यूपी के हरदोई जेल में बंद माफिया खान मुबारक की मौत हो गई है. उसे निमोनिया हुआ था, जिसके चलते बीते कई दिनों से जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है. अंबेडकरनगर का रहने वाला खान मुबारक कई बड़े शूटआउट में शामिल रहा है. कुख्यात खान मुबारक की मौत से हड़कंप मच गया है. खान मुबारक को पिछले साल जून में हरदोई की जेल में शिफ्ट किया गया था. यहां कई मुकदमों को लेकर वो हरदोई जेल में निरुद्ध किया गया था.
माफिया खान मुबारक पर उत्तर प्रदेश के कई जिलों के विभिन्न थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, वसूली और गैंगस्टर समेत तमाम संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है. वर्ष 2012 में महाराजगंज के टांडा तहसील के बहुचर्चित भट्ठा व्यवसायी और ट्रांसपोर्टर कारोबारी की हत्या कर से माफिया खान मुबारक चर्चा में आया था. माफिया खान मुबारक अपने बड़े भाई की तरह ही अंबेडकरनगर में अपराध की दुनिया में आया था. अंडरवर्ल्ड डॉन खान जफर के भाई खान मुबारक ने डॉक्टर और कारोबारियों को रंगदारी के लिए निशाना बनाया. मुबारक खान ने पूर्वांचल के कई अन्य बदमाशों के साथ गठजोड़ कर रंगदारी वसूली करता था.
माफिया खान मुबारक एक समय में अंबेडकरनगर जिले से लेकर प्रदेश भर में आतंक का पर्याय बना हुआ था. लूट, हत्या व अपहरण के जरिए खान मुबारक ने कई करोड़ की संपत्ति जुटा ली थी. हंसवर व अलीगंज थाना इलाकों में कई जगहों पर मुबारक द्वारा जमीन कब्जा कर उस पर मकान व मार्केट बना लिया था. मगर 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद से उस पर यूपी पुलिस का शिकंजा कसना शुरू हुआ. खान मुबारक और उसके भाई खान जफर को जेल में डाला गया.
मुबारक खान बोतल डॉन के नाम से भी जाना जाता था. मुबारक ने एक कारोबारी को कोड़े से पीटने के साथ सिर पर बोतल रख कर निशाना साधा था और एक वीडियो जारी किया था. तभी से उसका नाम बोतल डॉन भी पड़ गया. इसके बाद से उसकी दहशत इलाके में कायम हो गई. इसके बाद खान मुबारक जेल और जेल से बाहर रहकर रंगदारी और वसूली का खेल बदस्तूर जारी रहा.
अंबेडकरनगर जिले के हंसवर थाना क्षेत्र अंतर्गत हरसम्हार गांव निवासी खान मुबारक प्रदेश के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल था. वहीं उसके बड़े भाई अंडरवर्ल्ड डॉन खान जफर का लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास है. खान मुबारक करीब दस साल पहले फैजाबाद जेल से यूपी पुलिस से अपनी जान का खतरा बताते हुए धमकी भरा वीडियो जारी किया था. इससे पुलिस महकमे पर सवाल उठने लगे थे.