लखनऊ. उत्तर प्रदेश के नये डीजीपी ने माफिया के खिलाफ अभियान जारी रखने का ऐलान किया है. कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक बनने के बाद पहली प्रेस कान्फेंस में आरके विश्वकर्मा अपने इरादे प्रकट कर दिये. छोटी सी प्रेस कान्फ्रेंस में साफ कर दिया कि वे कानून व्यवस्था से किसी को भी खिलवाड़ नहीं करने देंगे. पुलिस को आधुनिकता की ओर ले जाने के प्रति भी अपनी प्रतिबद्धता दिखायी.
चार्ज लेने के बाद डीजीपी ने कहा कि माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. एक-एक माफिया को खत्म किया जायेगा. असहाय, गरीबों, महिलाओं के लिए कार्य करेंगे. यूपी पुलिस को और भी आधुनिक बनाया जायेगा. डीजीपी ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश पुलिस की खूबियों को गिनाया. पुलिस कर्मियों के मनोबल को बढ़ाने वाली गतिविधियों को तरजीह दी जायेगी. सभी अधिकारियों को इशारों-इशारों को संदेश दिया कि वह नियम और कानून के पालन के लिए पुलिस मैनुअल का पूरी तरह से पालन करें.
पूर्व डीजीपी डॉ डीएस चौहान ने कहा है कि हमने जनता के पास जानकारी पहुंचाई. पुलिस के अच्छे कार्यों को जनता तक पहुंचाया है.पुलिस अफसरों ने बहुत सहयोग किया.पुलिस के हर सदस्य ने खून पसीना बहाया.हर पुलिस कर्मी ने बेहतर काम किया. चौहान ने पत्रकारों से बात करते हुए अपने समय में पुलिस कार्रवाई का भी जिक्र किया.
उत्तर प्रदेश में डीजीपी की स्थायी नियुक्ति नहीं होने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसा है. ट्वीट कर उन्होंने सरकार के निर्णय पर तंज कसा है. अखिलेश यादव लिखते है कि ‘ उप्र पुलिस को मिला फिर से एक नया ‘कार्यवाहक DGP’. जब क़ानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार का रवैया काम-चलाऊ होगा तो कार्यवाहक अधिकारी से ही काम चलाया जाएगा. आज अपराधियों की तरफ़ से लड्डू बंटेंगे क्योंकि उप्र शासन-प्रशासन की ढिलाई की वजह से ये समय अपराधियों के लिए अमृत-काल जो है.’ अखिलेश के इस ट्वीट को कई लोगों ने री ट्वीट किया है.