लखनऊ: महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) के लिए यूपी सरकार सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ-साथ सुंदरता के लिए भी मिशन मोड में कार्य कर रही है. महाकुंभ से पहले ही प्रयागराज को दुल्हन की तरह सजाने की तैयारी की जा रही है. अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान जिस तरह की साज सज्जा की गई थी, उसी तरह प्रयागराज का कायाकल्प किया जाएगा. ग्रीन बेल्ट, हार्टिकल्चर, थीमैटिक डेवलपमेंट सहित सैकड़ों स्तंभ स्थापित किए जाएंगे. महाकुंभ के आयोजन के दौरान जब श्रद्धालु संगमनगरी पहुंचेंगे तो यहां की आभा को निहारते रह जाएंगे.
प्रत्येक मार्ग पर ग्रीन बेल्ट का होगा निर्माण
प्रयागराज में महाकुंभ के लिए 38 जंक्शन का सौंदर्यीकरण चल रहा है. मेला प्राधिकरण ट्रैफिक डेंसिटी एनालिसिस से स्टडी करके डिजाइन तैयार किया गया है। इसके साथ ही 5 साल के मेंटीनेंस के साथ ग्रीन बेल्ट एवं स्कल्प्चर्स की स्थापना की जाएगी. कुल मिलाकर 19 जंक्शन पीडीए, 15 जंक्शन पीडब्ल्यूडी और 2 जंक्शन का निर्माण सेतु निगम कर रहा है. शहरी मार्गों का भी सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. 38 शहरी मार्गों ( कुल 75 किलोमीटर) का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. मेला प्राधिकरण 8 आर्किटेक्ट प्रत्येक मार्ग पर ग्रीन बेल्ट, हार्टिकल्चर, लैंड स्केपिंग डेवलपमेंट, थीमैटिक डेवलपमेंट एवं गैप एनालिसिस करा रहा है. कुल 36 मार्ग पीडीए और 2 मार्ग का सौंदर्यीकरण पीडब्ल्यूडी कर रहा है.
4 बड़े द्वार भी बनेंगे
इसके अतिरिक्त महाकुंभ के लिए लगभग 10 लाख वर्गफीट पर स्ट्रीट आर्ट व दीवारों पर कलाकृतियां बनाई जाएंगी. इसमें 5 लाख वर्गफीट कुंभ मेला मद से और 5 लाख वर्गफीट एनएमसीजी मद से प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्य कराएगा. इसके अलावा 4 थीमैटिक गेट बनाए जाने की भी योजना है. इन प्रस्तावित थीमैटिक गेट के नाम सरस्वती द्वार, शिव द्वार, गंगा द्वार और यमुना द्वार रखा जाएगा. 108 स्तंभों का भी निर्माण होगा. इन्हें नदी के किनारे की सड़कों, द्वारों और लगाने का प्रस्ताव किया जा रहा है. भारद्वाज आश्रम में 8, 4 द्वार में 48 और रिवर फ्रंट रोड में 52 स्तंभ स्थापित किए जाएंगे. इस योजना की कार्यदायी संस्था सी एंड डीएस है.
सीएम योगी ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे. उन्होंने महाकुंभ को स्वच्छता, सुविधा और सुरक्षा का मानक आयोजन बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा था. मुख्यमंत्री के अनुसार महाकुंभ 2025 (Mah Kumbh 2025) पूरे विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है. यह न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि भारत की ग्लोबल ब्रांडिंग का माध्यम बनेगा. हमें इसके सफल आयोजन के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना होगा.महाकुंभ भारत की प्राचीन संस्कृति का परिचायक है. इसकी गरिमा के अनुरूप पूरे नगर को सजाया जाना चाहिए. कुंभ से जुड़े कथानक, सनातन संस्कृति के प्रतीकों आदि को चित्रित किया जाए.