उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में नवोदय छात्रा की कथित हत्या और दुष्कर्म का बहुचर्चित मामला अब फिर से सुर्खियों में आ गया है. इस मामले में अब एसआइटी प्रदेश के आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री के पुत्र अंकुर अग्निहोत्री का नार्को टेस्ट कराएगी. विशेष न्यायालय पाक्सो एक्ट कोर्ट की न्यायाधीश पूनम ने एसआइटी को नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दी है. छात्रा की मां ने स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट की कोर्ट में दिए गए अपने बयान में आबकारी मंत्री के बेटे अंकुर अग्निहोत्री का नाम लिया था. बयान के आधार पर ही एसआईटी ने नार्को टेस्ट के लिए आवेदन किया. इससे पहले एसआईटी अंकुर का डीएनए टेस्ट भी करा चुकी है.
भोगांव थाना क्षेत्र स्थित नवोदय विद्यालय में बीते 16 सितंबर 2019 को 11 की कक्षा की एक छात्रा का शव फंदे पर लटकता हुआ मिला था. जिसके बाद छात्रा के माता-पिता ने दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में छात्रा के साथ दुष्कर्म होना बताया गया था. जिसके बाद भोगांव पुलिस की ओर से जांच शुरू की गई थी. बाद में इसे एसआईटी को सौंपी गई.
इस मामले में एसआइटी ने स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट पूनम की कोर्ट में आबकारी मंत्री के बेटे अंकुर अग्निहोत्री का नार्को टेस्ट कराने के लिए आवेदन किया था. जिसके बाद सबी पक्षों को देखते हुए स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट पूनम ने अभियोजन पक्ष की दलीलों से सहमत होकर अंकुर अग्निहोत्री का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है.
एसआईटी की ओर से अंकुर को नार्को एनालसिस के लिए नोटिस भेज दिया है. आपको बता दें कि अदालत ने एक माह के अंदर अंकुर अग्निहोत्री का नार्को एनालसिस कराने की अनुमति दी है. उनका टेस्ट अहमदाबाद के नार्को टेस्ट सेंटर में किया जाएगा. हालांकि अंकुर ने भी अपने अधिवक्ता अजय कृष्ण पांडेय के माध्यम से न्यायालय में पक्ष रखते हुए अपना नार्को टेस्ट कराने पर सहमति जताई है.
आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री के बेटे और अंकुर अग्निहोत्री ने अपने आवास पर प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनको राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब ये घटना हुई थी, तब उनका नाम तक नहीं था. परवरी 2022 में एसआईटी ने अचानक उनका नाम ले लिया, उनका इस घटना से कोई भी लेना देना नहीं है.
Posted By Ashish Lata