लखनऊः दिल को छू गए मालिनी अवस्थी के लोकगीत, देशज कार्यक्रम में दिखी भारतीय संस्कृति की झलक, देखें तस्वीरें
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय लोक सांस्कृतिक उत्सव के दूसरे दिन गायिका मालिनी अवस्थी के गानों पर सभी दर्शक झूम उठे. मालिनी अवस्थी ने जब मोरे राम अवध घर आए गीत पेश किया तो दर्शकों में बैठी महिलाएं, युवा और बच्चे सभी मंच पर आकर नाचने लगे
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय लोक सांस्कृतिक उत्सव के दूसरे दिन गायिका मालिनी अवस्थी के गानों पर सभी दर्शक झूम उठे.
मालिनी अवस्थी ने जब मोरे राम अवध घर आए गीत पेश किया तो दर्शकों में बैठी महिलाएं, युवा और बच्चे सभी मंच पर आकर नाचने लगे.
लोक संस्कृति संस्था सोन चिरैया द्वारा लखनऊ के लोहिया पार्क में दो दिवसीय लोक गायन कार्यक्रम देशज का आगाज हुआ.
मालिनी अवस्थी ने अपनी चिरपरिचित अंदाज में रघुवीर की प्रस्तुति दी तो देशभर की सांस्कृतिक विरासत उनके साथ नजर आई.
मणिपुर के थांगता और पुंग चोलोम के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी.
वहीं दूसरी ओर गुजरात से सिद्धि धमाल, हरियाणा के कलाकारों ने लोक नृत्य का प्रदर्शन कर तालियां बटोरीं.
पद्मश्री से सम्मानित शशिधर आचार्य के छाऊ दल ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया.
अवधी परिधान पहने हुए प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने अपना प्रिय गीत होली खेले रघुवीरा अवध में होली खेले रघुवीरा के साथ देशभर के लोक कलाकारों के साथ मंच साझा किया.
कर्नाटक की लोक कलाकार पद्मश्री मंजम्मा जोगती ने मालिनी अवस्थी और उनके पति अवनीश अवस्थी को अंचल से आशीर्वाद दिया.
पंजाब से आए कलाकारों ने पंजाब के लोक नृत्य भांगड़ा प्रस्तुत कर सभी को थिरकने पर मजबूर कर दिया.
पश्चिम बंगाल से आए लोक कलाकारों ने छाऊ नृत्य प्रस्तुत कर माहौल को बदलने का पूरा प्रयास किया.
प्रयागराज के कलाकारों ने ढेढिया नृत्य कर सभी का दिल जीत लिया. जमशेदपुर से आए कलकार ने भी नृत्य कर माहौल को पूरी तरह से बदल दिया. मणिपुर के कलाकरों ने पारंपरिक नृत्य कर लोगों का मन मोह लिया