बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारिणी से मां-बेटे का नाम हटाए जाने पर मेनका गांधी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है. सुल्तानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान मेनका गांधी ने कहा कि ये पार्टी का काम है, इससे किसी का कद कम नहीं रहता. उन्होंने बीजेपी छोड़ने के सवाल पर कहा कि मैं यहीं ठीक हूं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुलतानपुर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की सांसद मेनका गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा कि बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में न होने से किसी का कद कम नहीं हो जाता. मैं 20 सालों से उस पद पर थी, अब पार्टी ने हटा दिया है, तो ठीक है. नए लोगों को मौका मिलना चाहिए.
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में मेनका गांधी ने कहा कि कार्यकारिणी में और भी वरिष्ठ नेताओं को जगह नहीं मिली है और नए लोगों को भी मौका मिलना चाहिए, मैं अपने कार्यों के प्रति सजग हूं और अपने क्षेत्रवासियों की सेवा करना मेरा पहला धर्म है. उनके दिलों में मुझे स्थान मिले यह ज्यादा महत्वपूर्ण है.
वरुण और मेनका का नाम नहीं– पिछले दिनों बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय कार्यकारिणी के नेताओं की सूची जारी की गई थी. 80 लोगों वाली इस लिस्ट में वरुण गांधी और मेनका गांधी का नाम नहीं था. वहीं उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची में करीब 10 नेताओं का नाम शामिल है.
किसान आंदोलन पर लगातार मुखर हैं वरुण गांधी- बता दें कि किसान आंदोलन पर वरुण गांधी लगातार सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं. किसानों की हत्या के बाद वरुण गांधी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने लखीमपुर केस की जांच सीबीआी से कराने की मांग की थी.
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