मथुरा में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कड़ी, 6 दिसंबर को प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा के बाद प्रशासन अलर्ट

शाही ईदगाह और भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल की सुरक्षा के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं. मथुरा से जुड़ी सीआरपीएफ डीजी की रिपोर्ट भी केंद्रीय एजेंसियों को भेजी जा चुकी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 1, 2021 2:10 PM

Mathura Tensions: बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी 6 दिसंबर को है. इसी दिन को लेकर मथुरा में तनाव बढ़ गया है. इसको देखते हुए मथुरा में धारा-144 लागू है. सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट मोड में आ चुकी है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. डीएम और एसएसपी सुरक्षा का लगातार जायजा ले रहे हैं. शाही ईदगाह और भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल की सुरक्षा के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं. मथुरा से जुड़ी सीआरपीएफ डीजी की रिपोर्ट भी केंद्रीय एजेंसियों को भेजी जा चुकी है.

मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि से शाही मस्जिद सटी है. इस मस्जिद का निर्माण 17वीं सदी में होने की बात कही जाती है. इसी मस्जिद में मूर्ति स्थापित करने की घोषणा की गई है. अखिल भारत हिंदू महासभा ने 6 दिसंबर को शाही मस्जिद में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापित करने का ऐलान किया है. साथ ही संगठन ने 6 दिसंबर को शाही मस्जिद ईदगाह में भगवान कृष्ण के जलाभिषेक और पूजा की घोषणा की.

प्रशासन ने श्रीकृष्ण के जलाभिषेक और पूजा की इजाजत नहीं दी है. इसके पहले नारायणी सेना ने भी 29 नवंबर को मथुरा में शाही ईदगाह पर संकल्प यात्रा की घोषणा की थी. संकल्प यात्रा यमुना के विश्राम घाट से श्रीकृष्ण जन्मस्थान तक जानी थी. इसको देखते हुए पुलिस ने 28 नवंबर को एक होटल से नारायणी सेना के कोषाध्यक्ष, प्रदेश सचिव समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया और संकल्प यात्रा को इजाजत नहीं दी.

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति दल ने भी 6 दिसंबर को काशी मथुरा संकल्प यात्रा का ऐलान किया है. संगठन ने मस्जिद में मूर्ति स्थापित करने की योजना का हिस्सा नहीं होने की बात कही है. कृष्ण जन्मभूमि से सटी शाही मस्जिद को लेकर मामला कोर्ट में है. जमीन पर हिंदू पक्ष का दावा था. इसकी सुनवाई चल रही है. 6 दिसंबर वाली अफवाह और मथुरा में माहौल बिगाड़ने की कोशिश को देखते हुए तनाव है. कृष्ण जन्मभूमि से लेकर सोशल मीडिया पर नजर है. प्रशासन ने माहौल बिगाड़ने वालों को सख्त चेतावनी दी है.

Also Read: Mathura Tensions: मथुरा में धारा-144 लागू, सीआरपीएफ DG की रिपोर्ट के बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी

प्रशासन ने श्रीकृष्ण के जलाभिषेक और पूजा की इजाजत नहीं दी है. इसके पहले नारायणी सेना ने भी 29 नवंबर को मथुरा में शाही ईदगाह पर संकल्प यात्रा की घोषणा की. संकल्प यात्रा यमुना के विश्राम घाट से श्रीकृष्ण जन्मस्थान तक जानी थी. इसको देखते हुए पुलिस ने 28 नवंबर को एक होटल से नारायणी सेना के कोषाध्यक्ष, प्रदेश सचिव समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था और संकल्प यात्रा को इजाजत नहीं दी.

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति दल ने भी 6 दिसंबर को काशी मथुरा संकल्प यात्रा का ऐलान किया है. संगठन ने मस्जिद में मूर्ति स्थापित करने की योजना का हिस्सा नहीं होने की बात कही है. कृष्ण जन्मभूमि से सटी शाही मस्जिद का मामला कोर्ट में है. जमीन पर हिंदू पक्ष का दावा था. इसकी सुनवाई चल रही है. 6 दिसंबर वाली अफवाह और मथुरा में माहौल बिगाड़ने की कोशिश को देखते हुए तनाव है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि से लेकर सोशल मीडिया पर नजर है. प्रशासन ने माहौल बिगाड़ने वालों को सख्त चेतावनी दी है.

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