लखनऊ. बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि इन दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस पार्टी के बीच बड़ी लड़ाई चल रही है कि उनमें से कौन बड़ा ‘हिंदुत्ववादी’ है, बड़ा हिंदू है. ‘भक्त’ और ‘पूजा-पाठ’ करने में पूर्णतावादी कौन अधिक है.” इससे यह भी स्पष्ट होता है कि ये दोनों पार्टियां ऐसा करके अन्य धर्मों की अनदेखी कर रही हैं. भाजपा – कांग्रेस ऐसा करके संविधान की मंशा के खिलाफ काम कर रही है. मायावती ने कहा कि ” हिंदुओं के अलावा मुस्लिम, सिख, पारसी, बौद्ध और ईसाई भी रहते हैं, इसलिए इन दोनों पार्टियों को दूसरे धर्मों को मानने वालों के कल्याण के बारे में भी सोचना चाहिए’
मायावती ने कहा कि ” हमारी पार्टी का यह भी मानना है कि अन्य धर्मों से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों और अभिलेखों का भी समान रूप से सम्मान किया जाना चाहिए. धार्मिक शत्रुता को देखते हुए ऐतिहासिक अभिलेखों और स्थानों के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास न्यायोचित नहीं है क्योंकि यह न केवल सामाजिक सद्भाव को प्रभावित करता है बल्कि एक सामाजिक सद्भाव को भी प्रभावित करता है.
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि पिछले कुछ समय से देश में लव जेहाद व जबरन धर्म परिवर्तन आदि कराने को लेकर तथा उनकी आड़ में देश में धार्मिक उन्माद पैदा किया जा रहा है. यह भी ठीक नहीं है. देश की जनता इससे जरूर सावधान रहे. यूपी में अपराधियों में आपस में तांडव चल रहा है. जनता में दहशत है. सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. बीएसपी की यूपी सरकार को यह सलाह भी है.