Lucknow News: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने एक बार सत्तारूढ़ दल भाजपा और विपक्ष के नेतृत्व वाले गठबंधन से दूर रहने की बात दोहरायी है. उन्होंने साफ किया उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होगी. बसपा ये चुनाव अपने दम पर अकेले लड़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया को बसपा के गठबंधन को लेकर फेक न्यूज से दूर रहने की सलाह दी.
मायावती ने बुधवार को कहा कि National Democratic Alliance (NDA) व India National Developmental Inclusive Alliance (I-N-D-I-A) गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं, जिनकी नीतियों के विरुद्ध बहुजन समाज पार्टी अनवरत संघर्षरत है. उन्होंने कहा कि ऐसे में इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता. इसलिए मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी विरोधियों के जुगाड़, जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी. उन्होंने कहा कि मीडिया बार-बार भ्रान्तियां न फैलाए.
उन्होंने कहा कि वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहां सभी आतुर हैं. लेकिन, ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं. उन्होंने कहा कि इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई. यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी है.
बसपा सुप्रीमो ने इसके साथ ही पार्टी से निष्कासित इमरान मसूद पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि इसके अलावा, बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस व उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, जिससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे?
दरअसल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से कद्दावर नेता के रूप में पहचाने जाने वाले और पूर्व विधायक इमरान मसूद को मायावती की नाराजगी का शिकार होना पड़ा है. उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. इसके साथ ही उनके भाई नोमान मसूद का भी निष्कासन किया गया है. इमरान मसूद को कांग्रेस नेता राहुल गांधी तारीफ करने और कांग्रेस से नजदीकी बढ़ाने पर बसपा से निष्कासित किया गया है.
इमरान मसूद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जमकर तारीफ कर उन्हें राजनीति में देश का हीरो बताया था. इससे कयास लगाए रहे हैं कि वह फिर कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं. दरअसल, इमरान मसूद ने एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की खूब तारीफ की.
इमरान मसूद ने कहा कि राहुल गांधी देश के हीरो हैं, वह देश और अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति के बारे में सोचते हैं. राहुल गांधी बेखौफ होकर जनता के हित की बात करते हैं. सत्ता परिवर्तन जरूरी है, वर्तमान सरकार से संविधान को खतरा है.
उन्होंने कहा कि एक राहुल गांधी ही हैं, जो हर वर्ग और गरीब के हितैषी हैं. वर्तमान में अन्य पार्टियों के नेता वर्तमान सरकार की गलत नीतियों पर नहीं बोल रहे हैं. सिर्फ राहुल गांधी ही एक ऐसे नेता है, जो गलत नीतियों का विरोध कर रहे हैं. वहीं अब बसपा से निष्कासित किए जाने के बाद से इमरान मसूद ने अभी चुप्पी साध रखी है. उनका कहना है कि वह जल्दी अपना पक्ष बताएंगे. लोगों से सलाह लेने के बाद ही कोई फैसला लेंगे.