Lucknow: यूपी सरकार के एमएसएमई मंत्री राकेश सचान को आवंटित 72 प्लाटों का आवंटन निरस्तकर दिया गया है. कुछ दिन पहले ही इसका खुलासा हुआ था. इसके बाद से लगातार वह निशाने पर थे. मंगलवार को उद्योग समति की आपात बैठक में आवंटन निरस्त करने का फैसला लिया गया.
यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान के पास फतेहपुर इंडस्ट्रियल एरिया में 72 प्लॉट होने का खुलासा हुआ था. इसके बाद से माना जा रहा था कि आवंटन निरस्त होगा और अधिकारियों पर कार्रवाई भी होगी. जांच में पता चला है कि 2012 से 2023 तक के उद्योग विभाग के अफसरों पर कार्रवाई होगी. मंत्री राकेश सचान पर क्या फैसला होगा, यह सीएम योगी आदित्यनाथ फैसला करेंगे.
कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने स्वयं व अपनी संस्था अभिनव सेवा संस्थान के नाम पर फतेहपुर इंडस्ट्रियल एरिया में 72 प्लॉटों का आवंटन कराया था. यह सभी आवंटन 2012 से 2023 के बीच ही हुए थे. इन प्लॉट पर कोई उद्योग भी नहीं लगाया गया है. इस मामले की शिकायत लघु उद्योग भारती के फतेपुर अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने की थी. इसके बाद मंत्री राकेश सचान का बयान भी जारी हुआ था. उन्होंने कहा था कि उनकी दो संस्थाओं को प्लॉट आवंटित हुए थे. इन्हें निरस्त करा दिया जाएगा.
आप सांसद संजय सिंह ने मंत्री राकेश सचान को 72 प्लॉट आवंटन के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि अब किस पर बुलडोजर चलेगा. योगी सरकार गरीबों पर ही बुलडोजर चलाएगी या अपने मंत्रिमंडल में भी झांककर देखेगी.
मंत्री राकेश सचान के कारनामे का खुलास करने वाले सत्येंद्र सिंह आरएसएसएस के अनुसांगिक संगठन लघु उद्योग भारती के फतेहरपुर के अध्यक्ष हैं. इस मामले की शिकायत उन्होंने ही की थी. इसी के बाद इस बड़े प्लॉट आवंटन घोटाले का खुलासा हुआ. अब प्लॉट आवंटन निरस्त किया गया है. वहीं अधिकारियों में एक-दूसरे को फंसाने-बचाने की खींचातानी शुरू हो गयी है.