UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में अगस्त की शुरुआत मानसून के लिहाज से काफी अच्छी रही है. जुलाई के अधिकांश दिन पूर्वांचल और मध्य यूपी के लोग जहां बादलों के बरसने का इंतजार करते रहे, वहीं अब मानसून उन पर मेहरबान हुआ है. अगस्त की शुरुआत से मानसून की सक्रियता के कारण जो रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, वह अब भारी बारिश में तब्दील हो चुका है.
राजधानी लखनऊ और आसपास के जनपदों सहित कई इलाकों में बुधवार को बादल जमकर बरसे. बीते चौबीस घंटे में कई बार बारिश हुई. तेज बारिश के कारण सूरज जहां पूरा दिन बादलों के पीछे छिपा रहा, वहीं रात के तापमान में भी इस बारिश का असर देखने को मिला. मौसम वैज्ञानिकों ने मुताबिक दिन के समय लखनऊ में 27.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. लखनऊ में अधिकतम सापेक्षिक आर्द्रता 96 प्रतिशत जबकि न्यूनतम सापेक्षिक आर्द्रता 79 प्रतिशत दर्ज की गई.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक गुरुवार को भी बादलों के छाए रहने की वजह से बारिश की स्थिति है. लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है. तेज बारिश की वजह से लखनऊ के अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान दोनों में गिरावट देखने को मिली है.
लखनऊ के अलावा उत्तर प्रदेश की तराई बेल्ट में भी बारिश की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग के मुताबिक लखनऊवासियों और तराई क्षेत्र के लोगों को हल्की बारिश का अनुभव हो सकता है. वहीं दूसरी ओर, बांदा और आसपास के जिलों में भारी बारिश हो सकती है. अगले 48 घंटे में बुंदेलखंड क्षेत्र में भारी बारिश होने की संभावना है.
प्रदेश में गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. प्रदेश में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी तथा 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है. इसके बाद 4 अगस्त को भी राज्य में यही स्थिति देखने को मिलेगी. वहीं 5 अगस्त को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अनेक स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.
इसके बाद 6, 7 और 8 अगस्त को भी प्रदेश में बारिश की स्थिति देखने को मिलेगी. इस तरह फिलहाल प्रदेश में 8 अगस्त तक बारिश की स्थिति बनी हुई है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक तापमान में अगले 24 घंटे के दौरान 2 से 3 डिग्री तक कमी होने की संभावना है. इसके बाद तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, 3 अगस्त को कई जनपदों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है. इनमें चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, झांसी, जालौन, ललितपुर, कानपुर, इटावा, औरैया, कन्नौज, नोएडा, मीरजापुर, सोनभद्र, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, संभल प्रयागराज, फतेहपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, वाराणसी और चंदौली शामिल हैं.
इसके साथ ही आगरा, अलीगढ़, औरैया, बांदा, बाराबंकी, बुलंदशहर, चंदौली चित्रकूट, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, हमीरपुर, हापुड़, हाथरस, जालौन, जौनपुर, झांसी में तेज हवा चलने की उम्मीद है.
इसी तरह कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, कौशाम्बी, ललितपुर, लखनऊ, महोबा, मैनपुरी मथुरा, मेरठ, मीरजापुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायबरेली, संत रविदास नगर, सोनभद्र, उन्नाव और वाराणसी में तेज झोंकेदार हवा के कारण मौसम का मिजाज बदलने के आसार हैं.
औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी के करीब चल रहा है और पूर्वी छोर गोरखपुर, गया, बांकुरा, गंगा के पश्चिम बंगाल पर गहरे दबाव के केंद्र से गुजर रहा है. तटीय बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्रों पर बने बहुत गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र 3 अगस्त तक कमजोर होकर गहरे कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो सकता है. मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी के करीब चल रहा है और पूर्वी छोर गोरखपुर, गया, देवघर से होकर गुजर रहा है, जो गंगीय पश्चिम बंगाल पर गहरे दबाव का केंद्र और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्वी मध्य खाड़ी तक जाता है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस सप्ताह के आगे बढ़ने पर एनसीआर क्षेत्र में बारिश की गतिविधियां तेज होने वाली हैं. गुरुवार को हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. हालांकि मानसून की सक्रियता की स्थिति 4 से 6 अगस्त के बीच देखने को मिलेगी, क्योंकि एनसीआर के इलाकों में कई हिस्सों में मध्यम बारिश होने की संभावना है. मौसम के मिजाज में इस बदलाव के पीछे वैज्ञानिक मुख्य रूप से बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के लिए जिम्मेदार मान रहे हैं, जो अंतर्देशीय हो गया है. इसके परिणामस्वरूप मानसून में उतार-चढ़ाव और बदलाव की स्थिति देखने को मिल रही है.