Lucknow News: एक वक्त था जब मुख्तार अंसारी का नाम आते ही लोगों में दहशत फैल जाती थी. मुख्तार अंसारी के रसूख के आगे पुलिस भी उसके खिलाफ कदम उठाने से कतराती थी. सियासी गलियारों में मुख्तार अंसारी की काफी पैठ थी. हर दल में उसके संबंध थे और इस वजह से प्रशासन उसके आगे नतमस्तक हुआ करता था. अपनी ताकत का बेजा इस्तेमाल करते हुए मुख्तार अंसारी ने कई बड़े अपराध किए और षड्यंत्र में शामिल रहा. मुख्तार अंसारी से अदावत का मतलब अपनी जान को खतरे में डालना, आज वही मुख्तार अंसारी खौफ के साये में जी रहा है. उसे हर वक्त अपनी जान का खतरा महसूस होता है. ऐसे में मुख्तार ने कई बार कोर्ट में जज के सामने जेल में उसकी हत्या होने की आशंका को लेकर गुहार लगाई है. डर की वजह से उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा है. वहीं ताजा प्रकरण में मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने अपने पिता के जान की सलामती के लिए सुप्रीम कोर्ट के सामने गुहार लगाई है. इसमें मुख्तार को बांदा जेल से दूसरी जेल में ट्रांसफर करने की मांग उठाई है.
बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इस याचिका में उन्होंने अपने पिता को उत्तर प्रदेश की बांदा जेल से दूसरी जेल में ट्रांसफर करने की मांग उठाई है. उमर अंसारी का कहना है कि बांदा जेल में उनके पिता की जान को खतरा है. साथ ही साथ उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पिता को जेल में जान से मारने की साजिश रची जा रही है इसलिए कोर्ट उन्हें यूपी से बाहर किसी गैर भाजपा शासित राज्य में ट्रांसफर करने का आदेश दे. मुख्तार अंसारी कई मामलों में आरोपी हैं और कुछ मामलों मे सजा भी हुई है.
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उमर अंसारी ने अपनी याचिका में कहा है कि मुख्तार अंसारी एक राजनीतिक दल से संबंध रखते हैं. इसलिए उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक और वैचारिक रूप से विरोध करते हैं. इसी वजह से उनके परिवार को राज्य सरकार की ओर से टारगेट कर परेशान किया जाता है. यूपी पुलिस किराए के हत्यारों से उसके पिता की हत्या करा सकती है. उसके पिता की हत्या कराने की साजिश जोरों से चल रही है और इस बात की भनक उसे और उसके परिवार वालों को लग गई है. उन्हें सरकार और प्रशासन पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. इसके साथ मुख्तार के बेटे ने सरकार के खिलाफ अपने परिवार के साथ उत्पीड़न का आरोप लगाया है. याचिका में यह निर्देश देने की भी मांग की गई है कि मुख्तार अंसारी को केवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालतों के सामने पेश किया जाए.
उमर अंसारी ने अपनी याचिका में कहा उनकी मां ने पहले मुख्तार अंसारी की सुरक्षा, सुरक्षा के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाईकोर्ट ने 3 मई 2023 को सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए थे, जिसके बाद 18 मई 2023 को एक घटना हुई थी. इस दौरान कुछ अज्ञात और संदिग्ध लोग उनके पिता की बैरक में पहुंच गए थे. वह इस तरह की घटनाओं से बहुत परेशान हैं. उनका कहना है कि यह आशंका इस तथ्य से भी खड़ी हुई है कि मुख्तार अंसारी कई आपराधिक मामलों में प्रत्यक्षदर्शी गवाह हैं, जहां सत्तारूढ़ भाजपा के प्रभावशाली नेता आरोपी हैं.