Padma Awards: मुलायम सिंह को आज मिलेगा पद्म विभूषण, अखिलेश यादव ग्रहण करेंगे सम्मान, डिंपल रहेंगी मौजूद
राष्ट्रपति भवन में बुधवार शाम करीब पांच बजे आयोजित इस समारोह में दिवंगत मुलायम सिंह यादव को ये पुरस्कार दिया जाएगा. समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह समर्थकों के बीच 'नेताजी' के नाम से मशहूर थे. देश की सियासत में मुलायम सिंह यादव बड़ा नाम थे. उन्होंने समाजवाद की राजनीति को आगे बढ़ाया.
Lucknow: उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री, देश के रक्षा मंत्री और समाजवादी पाार्टी के संस्थापक दिवंगत राजनेता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को बुधवार को ‘मरणोपरांत’ पद्म विभूषण पुरस्कार से नवाजा जाएगा. मुलायम सिंह के बेटे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों ये सम्मान ग्रहण करेंगे. इस दौरान उनके साथ पत्नी और मैनपुरी सांसद डिंपल यादव भी मौजूद रहेंगी.
राष्ट्रपति भवन में बुधवार शाम करीब पांच बजे आयोजित इस समारोह में दिवंगत मुलायम सिंह यादव को ये पुरस्कार दिया जाएगा. समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह समर्थकों के बीच ‘नेताजी’ के नाम से मशहूर थे. देश की सियासत में मुलायम सिंह यादव बड़ा नाम थे. उन्होंने उत्तर प्रदेश में समाजवाद की राजनीति को आगे बढ़ाया.
उत्तर प्रदेश जैसे देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री रहे सपा संस्थापक एक समय प्रधानमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार थे. सभी दलों के नेता उनका बेहद आदर करते थे. उनके निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेताओं ने गहरा शोक जताया था.
वहीं मुलायम सिंह यादव को जब पद्म विभूषण देने की घोषणा की गई थी, उस दौरान उनके भाई शिवपाल सिंह यादव और बहू सांसद डिंपल यादव ने नेताजी को भारत रत्न देने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि मुलायम सिंह यादव का जिस तरह देश में कद था और उन्होंने जो काम किए, उसके अनुसार उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए. वहीं मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई में पद्म विभूषण की घोषणा के बाद लोग बेहद उत्साहित थे. बुधवार को अपने नेता को पद्म विभूषण मिलने के मौके का सैफई के लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
मुलायम की सक्रिय राजनीति का लंबा इतिहास
22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई में जन्मे मुलायम ने करीब 6 दशक तक सक्रिय राजनीति में हिस्सा लिया. वे कई बार यूपी विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य रहे. इसके अलावा उन्होंने संसद के सदस्य के रूप में ग्यारहवीं, बारहवीं, तेरहवीं और पंद्रहवीं लोकसभा में हिस्सा भी लिया. मुलायम सिंह यादव 1967, 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 में कुल 8 बार विधानसभा के सदस्य बने. इसके अलावा वह 1982 से 1985 तक यूपी विधानसभा के सदस्य भी रहे.
यूपी के सीएम और रक्षामंत्री का पद संभाला
मुलायम सिंह यादव ने तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया. वे पहली बार 5 दिसम्बर 1989 से 24 जनवरी 1991, दूसरी बार 5 दिसंबर 1993 से 3 जून 1996 तक और तीसरी बार 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. इन कार्यकालों के अलावा उन्होंने 1996 में एचडी देवगौड़ा की संयुक्त गठबंधन वाली सरकार में रक्षामंत्री के रूप में भी काम किया. मुलायम सिंह यादव को उन नेताओं में जाना जाता था, जो यूपी और देश की राजनीति की नब्ज समझते थे और सभी दलों के लिए सम्मानित भी थे.