लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी का चुनाव आज, कांग्रेस और बसपा को नहीं मिलेगी जगह, भाजपा और सपा में ऐसे होगा बंटवारा
यूपी में निकाय चुनाव के बाद लखनऊ नगर निगम में गुरुवार को कार्यकारिणी के लिए चुनाव कार्यक्रम होना है. 12 कार्यकारिणी सदस्यों में भाजपा के सबसे ज्यादा 10 और सपा के दो सदस्यों की जीत तय मानी जा रही है. कांग्रेस और बसपा जीत हासिल करने की स्थिति में नहीं हैं.
Lucknow News: लखनऊ नगर निगम सदन की पहली बैठक गुरुवार को होगी. बैठक में 12 कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव होना है. सपा और भाजपा ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. अन्य किसी दल ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं.
कार्यकारिणी के लिए सपा ने पार्षद लईक आगा और सुरेंद्र बाल्मीकि का नाम फाइनल कर दिया है. वहीं भाजपा ने पार्षद रानी कनौजिया, हरिश्चंद्र लोधी, रंजीत सिंह, सौरव सिंह ‘मोनू’, गिरीश गुप्ता, मुकेश सिंह मोंटी, पीयूष दीवान, शैलेंद्र वर्मा, उमेश सोनवाल और अनूप कुमार सक्सेना को उम्मीदवार घोषित किया है.
लखनऊ नगर निगम की 12 सदस्य कार्यकारिणी में सपा के दो और भाजपा के 10 सदस्यों का चुना जाना लगभग तय है. इस बीच लाल बहादुर शास्त्री प्रथम बोर्ड से निर्दलीय जीत दर्ज करने वाले सुरेंद्र वाल्मीकि ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले ली है. इस वजह से पार्टी ने उनका नाम कार्यकारिणी सदस्य के लिए अंतिम समय में शामिल किया.
कांग्रेस के पार्षदों में कार्यकारिणी सदस्य के चुनाव को लेकर एक दिन पहले ज्यादा सक्रियता देखने को मिली. दरअसल उनकी कोशिश रही कि बसपा, निर्दलीय और क्रॉस वोटिंग के जरिए अवसर तलाशा जा सके. हालांकि कोई उम्मीद नजर नहीं आने पर अब पार्टी नेताओं ने मान लिया है कि इस बार भी कार्यकारिणी में उनका प्रतिनिधित्व नहीं रहेगा.
सदन में एक महापौर सहित भाजपा के 80, सपा के 22, कांग्रेस के चार, बसपा का एक, तीन निर्दलीय और 20 पदेन सदस्य सहित कुल 130 वोट हैं. इनमें कांग्रेस के एक सदस्य के सपा में शामिल होने की भी बात कही जा रही है. ऐसे में कांग्रेस के तीन ही सदस्य हैं. सामान्य तौर पर प्रत्येक सदस्य को जीतने के लिए 11 वोटों की जरूरत होती है.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने वरिष्ठ पार्षद सुनील कुमार तिवारी पम्मी को उप नेता, शिव कुमार यादव गुड्डू को मुख्य सचेतक, राकेश मिश्रा को सचेतक और राम नरेश रावत को कोषाध्यक्ष बनाया है.