मुजफ्फरनगर में CBI ने कर्मचारी समेत दो को रंगे हाथ दबोचा, रिश्वत लेकर बना रहे थे पासपोर्ट
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पासपोर्ट सेवा केंद्र के एक कर्मचारी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. 4 जुलाई को मुजफ्फरनगर के मिर्जाटिला निवासी अभिषेक कुमार ने सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई थी.
Lucknow : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पासपोर्ट सेवा केंद्र के एक कर्मचारी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि दोनों ने पासपार्ट बनवाने के लिए कथित तौर पर रिश्वत ली थी. सोमवार को सीबीआई की ओर से ये जानकारी दी गई है. सीबीआई की ओर से गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मुजफ्फरनगर में पासपोर्ट सेवा केंद्र के सहायक अंकुश कुमार और एक अन्य व्यक्ति फरहान के रूप में हुई है.
जानकारी के मुताबिक, 4 जुलाई को मुजफ्फरनगर के मिर्जाटिला निवासी अभिषेक कुमार ने सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने 1 मई को पासपोर्ट कार्यालय मुजफ्फरनगर में पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. इसके बाद उन्हें अपॉइंटमेंट की तारीख मिली. उन्होंने 19 जून को अपने दस्तावेज जमा कर दिए और अन्य औपचारिकताएं पूरी कर लीं. लेकिन अभिषेक का पासपोर्ट इशू नहीं हो रहा था.
पासपोर्ट बनवाने के नाम पर मांगी थी रिश्वत
शिकायतकर्ता अभिषेक ने बताया कि 3 जुलाई को जब वह पासपोर्ट के बारे में पूछताछ करने के लिए कार्यालय में गया, तो अंकुश और फरहान ने 5000 रुपये की रिश्वत मांगी. मुझसे कहा कि 10 दिनों में घर पर आपका पासपोर्ट पहुंच जाएगा. नहीं तो फाइल अटक जाएगी. मैंने अपना पासपोर्ट शुल्क पहले ही जमा कर दिया है, इसलिए मैं रिश्वत नहीं देना चाहता. मुजफ्फरनगर में पासपोर्ट सेवा केंद्र गाजियाबाद में पासपोर्ट कार्यालय का एक विस्तार डेस्क है. अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. अधिकारी ने कहा कि आरोपियों के आवासीय परिसरों की तलाशी ली जा रही है.
लोगों से मोटी उगाही के मिल रहे सबूत
पासपोर्ट एक्सटेंशन डेस्क से 5000 की रिश्वत लेते दबोचे गए अंकुश की कुंडली सीबीआई खंगाल रही है. सूत्रों की माने तो शिकायतकर्ता के अलावा काफी लोगों से पासपोर्ट जारी कराने के नाम पर रुपए उगाही के सबूत सामने आए हैं. सीबीआई ने सभी पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है.