अक्टूबर में बाढ़, मार्च में फसल कटाई पर बारिश, सीएम योगी बोले- क्लाइमेट चेंज को लेकर निकालना होगा रास्ता
National Climate Conclave 2023: सीएम योगी ने कहा कि देखा गया कि उत्तर प्रदेश के अलावा देश के कई अन्य राज्यों में मार्च के अंत से बारिश शुरू हुई. जब किसान को पानी की आवश्यकता है, तब बरसात नहीं हो रही है. जब किसान फसल को तैयार करके काटने के लिए जाता है, तो ओलावृष्टि से उसकी मेहनत पर पानी फिर जाता है.
National Climate Conclave 2023: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जलवायु परिवर्तन (Climate change) आज की सबसे बड़ी चुनौती है. पिछले कुछ समय से इसका प्रदेश में भी असर देखने को मिला रहा है. उत्तर प्रदेश में अक्सर 15 जून के आसपास मानसून आता था. बीते वर्ष जून में बरसात नहीं हुई. जुलाई में एक-दो बार बारिश हुई. जुलाई और अगस्त सूखा बीत गया. इसके बाद प्रदेश में अक्टूबर के महीने में मानसून आया.
25 वर्षों में अक्टूबर में पहली बार बाढ़ की स्थितिमुख्यमंत्री राजधानी में दो दिवसीय नेशनल क्लाइमेट कॉन्क्लेव-2023 के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोग यही मानकर चलते हैं कि अक्टूबर में बरसात नहीं होगी. लेकिन, पहली बार उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में भी हम लोगों को अक्टूबर के महीने में बाढ़ की त्रासदी का सामना करना पड़ा. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पिछले 25 में कभी नहीं देखा कि बाढ़ अक्टूबर के महीने में आई हो. लेकिन, इस बार कई जनपद तब बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित थे.
सीएम योगी ने कहा कि इस सीजन में भी देखा गया कि उत्तर प्रदेश के अलावा देश के कई अन्य राज्यों में मार्च के अंत से बारिश शुरू हुई. अभी भी कई राज्य इससे प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि जब किसान को पानी की आवश्यकता है, तब बरसात नहीं हो रही है. जब किसान मेहनत से अपनी फसल को तैयार करके उसे काटने के लिए जाता है, तो बारिश, ओलावृष्टि से उसकी पूरी मेहनत पर पानी फिर जाता है.
प्रकृति से खिलवाड़ के बाद भुक्तभोगी भी हममुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं ना कहीं ये क्लाइमेट चेंज के दुष्प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित करता है. उन्होंने कहा कि अपने स्वार्थ के लिए मनुष्य ने पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किया है और आज उन दुष्परिणामों के भुक्तभोगी भी हम बन रहे हैं. इन्हीं चुनौतियों के बीच में हमें रास्ता भी निकालना होगा.
देश में बाघों की संख्या में इजाफाइससे पहले केन्द्रीय मंत्री वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि देश में टाइगर की संख्या में इजाफा हुआ है. उत्तर प्रदेश में जो शिवालिक गंगा का क्षेत्र है जिसमें टाइगर रिजर्व आते हैं, उसमें पिछले वर्ष यूपी सरकार के प्रस्ताव पर एक टाइगर रिजर्व रानीपुर को जोड़ा गया. इस तरह यूपी में अब टाइगर रिजर्व की संख्या बढ़कर तीन हो गई हैं. इनमें दुधवा, पीलीभीत और रानीपुर हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौथी टाइगर सेंचुरी के लिए भी प्रस्ताव की बात कही है. उन्होंने कहा कि गंगा और शिवालिक क्षेत्र के जो टाइगर रिजर्व हैं, वहां संख्या 2018 में 646 थी, जो बढ़ कर 1004 हो गई है.
केंद्रीय मंत्री ने जलवायु संरक्षण की दिशा में प्रदेश सरकार के किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि एथेनॉल उत्पादन के मामले में यूपी देश का अव्वल राज्य है. सरकार जलवायु संरक्षण को लेकर काम कर रही है. आने वाले समय में हमें दुनिया के सामने क्लाइमेंट चेंज के साथ क्लाइमेट जस्टिस भी देना होगा, इसका मतलब ये है कि दूर गांव में बसे लोगों के घर में उजाला लाना होगा.