लखनऊ की कहानी नवाब की जुबानी, नवाब जफर मीर अब्दुल्ला ने सुनाया राजधानी के बनने का पूरा इतिहास
लखनऊ: वक्त के साथ तहजीब का यह रंग कुछ धुंधला जरूर हुआ है लेकिन कायम अब तक है. नवाब जफर मीर अब्दुल्ला कुछ ऐसे ही किस्से बता रहे हैं, जिनपर शहर की शख्सीयत नाज करती हैं.
लखनऊ शहर का नाम सुनकर जेहन में यहां की नवाबी इमारतें, बाजार की रौनक, कबाब-बिरयानी की लज्जतदार खुशबू और चिकन के कपड़ों से सजी दुकानों का एक खाका खिंच जाता है. तंग गलियों और कूचों के शहर से इतर लखनऊ की पहचान तहजीब से रही है. वक्त के साथ तहजीब का यह रंग कुछ धुंधला जरूर हुआ है लेकिन कायम अब तक है. नवाब जफर मीर अब्दुल्ला कुछ ऐसे ही किस्से बता रहे हैं, जिनपर शहर की शख्सीयत नाज करती हैं.