बलिया: दस साल बाद पति समझकर जिसे गले लगाया-छलके आंसू, फुटपाथ से घर लाने पर उसका सच आया सामने, जानें मामला
परिजनों के मुताबिक बलिया के सुखपुरा गांव निवासी मोतीचंद वर्मा दस साल पहले मां के साथ नेपाल गया था. मानसिक हालत ठीक नहीं होने के कारण नेपाल में ही वो गम हो गया. पत्नी जानकी देवी और परिजनों ने काफी खोजबीन की. लेकिन, सुराग नहीं मिला. अब अचानक उसके बलिया में मिलने से परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
Ballia: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जनपद के सुखपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत देवकली गांव में करीब दस साल बाद जिस शख्स को पति समझकर महिला अपने घर ले आई वो कोई और निकला. इसके बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया है. अभी तक इसे पति-पत्नी के दस साल की जुदाई के बाद भावुक मिलन के तौर पर देखा जा रहा था. सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हो रही थी. वहीं अब पूरी कहानी बदल गई है.
यहां से शुरू हुई कहानीदरअसल उत्तर प्रदेश के बलिया जिला अस्पताल में जानकी देवी नाम की एक महिला इलाज के लिए गई थी. इस दौरान उसे फुटपाथ पर दिमागी तौर पर कमजोर अर्धनग्न अधेड़ दिखा. जानकी देवी ने ध्यान से देखा तो अधेड़ उसे अपना पति मोतीचंद नजर आया. जानकी देवी और मोतीचंद की शादी करीब 21 वर्ष पहले हुई थी. वहीं मोतीचंद करीब दस साल से लापता था. परिजनों की काफी तलाश के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल पाया था.
ऐसे में अधेड़ को देखकर जानकी देवी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वह उसे अपने घर ले आई और गले लगाया. इस दौरान दोनों की भावुक तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गई. दस साल की लंबी जुदाई के बाद पति पत्नी के इस अनोखे मिलन की हर तरफ चर्चा होने लगी. वहीं परिजनों की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
घर आने पर हुआ सच का खुलासामामले की जानकारी मिलते ही जानकी देवी के घर के बाहर ग्रामीणों और रिश्तेदारों की भीड़ जुट गई. इसके बाद बेटों ने हजाम को बुलाकर अधेड़ के बढ़े बाल और दाढ़ी को कटवाया तो लोगों में सुगबुगाहट शुरू हो गई. लोगों को उसके मोतीचंद नहीं होने का आभास हुआ.
Also Read: UP Weather Update: यूपी के कई जिलों में 24 घंटे में बदलेगा मौसम, लखनऊ-वाराणसी और मेरठ से गुजर रहा मानसून ट्रफइसके साथ ही जब मोतीचंद के शरीर पर पहले का निशान देखा गया तो वो निशान दिखाई नहीं दिये, जिसके बाद जानकी देवी को भी लगा कि जिस शख्स को वह अपना पति मोतीचंद समझकर घर ले आई है, वह कोई और है.
अधेड़ के असली परिजनों को दी गई जानकारीइसके बाद परिजनों ने जानकारी की तो दिमागी तौर पर कमजोर अधेड़ ने काफी पूछताछ के बाद बताया कि वह नगरा थाना के मालीपुर सिसौरा गांव निवासी राहुल राम है. उसके बताए पते पर परिजनों ने सूचना दी गई. इसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और राहुलराम को साथ ले गए. वहीं सोशल मीडिया पर पूरे दिन 10 वर्ष पूर्व गायब पति के मिलने का वीडियो वायरल होता रहा.
दस साल पहले नेपाल में गुम हो गया था जानकी देवी का पतिवहीं जानकी देवी के परिजनों के मुताबिक बलिया शहर से सटे सुखपुरा थाना के सुखपुरा गांव निवासी मोतीचंद वर्मा दस साल पहले मां के साथ नेपाल गया था. मानसिक हालत ठीक नहीं होने के कारण नेपाल में ही वो गम हो गया. पत्नी जानकी देवी और परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
अस्पताल के बाहर अधेड़ भिखारी को देखकर हुई गलतफहमीइसके बाद तीन बेटों के साथ किसी तरह वह अपना जीवन गुजार रही थी. शुक्रवार को जानकी देवी डॉक्टर से इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंची. इसी बीच फुटपाथ पर बैठे एक अधेड़ भिखारी पर उसकी नजर पड़ी तो रुक गई. जानकी देवी पास दौड़ते हुए उस शख्स के पास पहुंची और अपना दुपट्टा उतारकर उस व्यक्ति पर डालकर रोने लगी. ये नजारा देखकर आसपास के लोग भी हैरान रह गए.
इस दौरान जानकी देवी का बेटा भी वहां मौजूद था. उसे भी समझ नहीं आ रहा था कि मां ऐसा क्यों कर रही है. वह व्यक्ति किसी को पहचान भी नहीं पा रहा था. बेटे के पूछने पर मां ने जब अधेड़ को उसके पिता होने की जानकारी दी तो युवक सहित आसपास के लोग भी हैरान रहे गए.
वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरलमहिला ने बताया कि यह भिखारी कोई और नहीं बल्कि उसका पति मोतीचंद वर्मा है, जो 10 वर्ष से लापता है. मां के साथ आया बेटा कभी अधेड़ तो कभी भावुक मां को देखकर स्तब्ध रहा गया. वहीं इस भावुक मंजर को देखकर वहां खड़े लोगों की आंखों से आंसू निकलने लगे. मौके पर मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बना लिया.
इसके बाद दस वर्ष से बिछड़े पति-पत्नी के मिलन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. वहीं घर ले जाने के बाद जब अधेड़ के बाल-दाढ़ी कटवाए गए तो तो पता चला कि जानकी देवी ने गलतफहमी में किसी और को अपना पति समझ लिया. इसके बाद इस भावुक मिलन की कहानी ही बदल गई.
जानकी देवी की गलतफहमी ने अधेड़ को परिजनों से मिलवायाअब जानकी देवी के घर में सन्नाटा पसरा हुआ है. दस साल की लंबी जुदाई के बाद कुछ पलों की जो खुशियां परिवार के हिस्से में आई थी, वह ज्यादा देर नहीं टिक सकी. हालांकि जानकी देवी की गलतफहमी ने अस्पताल के बाहर मिले शख्स को उसके परिजनों से जरूर मिला दिया है. ये शख्स अपने घर पहुंच गया है. अब इसकी भी काफी चर्चा हो रही है.