युवाओं पर आजकल इंस्टाग्राम पर रील बनाने की खुमारी सिर चढ़कर बोल रही है. कहीं भी पब्लिक प्लेस पर वीडियों बनाने लगते हैं, जिससे वहां मौजूद लोगों को कभी-कभी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सोशल मीडिया पर रील बनाने से पुलिस विभाग में जिम्मेदार पदों पर तैनात युवा पुलिसकर्मी भी अछूते नहीं है. इसके चक्कर में पुलिसकर्मियों की नौकरी ही नहीं गई, बल्कि कई लोगों को हवालात की हवा तक खानी पड़ चुकी है. इन मामलों में सबसे अधिक चर्चित मामला आगरा के लेडी कांस्टेबल प्रियंका मिश्रा का रहा. उनकी रील दो साल पहले वायरल हुई थी. वह हाथ में रिवाल्वर लिए हुए थीं. वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें लाइन हाजिर किया गया. सोशल मीडिया पर ट्रोल होने पर उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. अब उन्होंने नौकरी के लिए दोबारा आवेदन किया है. उन्हें नौकरी मिल भी गई थी, लेकिन तथ्य छिपाने की वजह से नौकरी चली गई. 48 घंटे में ही नियुक्ति का आदेश वापस हो गया था. यह कोई पहला मामला नहीं है. पुलिस विभाग में पहले भी सिपाही की वीडियो वायरल हो चुकी हैं. यहां तक की चौकी में प्रभारी की कुर्सी तक पर रील बनाई जा चुकी है. वहीं, हाथ में पिस्टल, कार से स्टंट करने के साथ लोगों को धमकी देकर दबंगई दिखाने के लिए युवा भी रील बना रहे हैं लोगों पर मुकदमे दर्ज कर पुलिस कार्रवाई कर चुकी है. यहां हम बात करेंगे उन चुनिंदा मामलों की, जिनमें पुलिस कार्रवाई कर चुकी है.
आगरा में जून में कारोबारी के बेटे की जन्मदिन पार्टी में दोस्तों ने कारों से स्टंट किया था. छह कारों का काफिला बनाकर हूटर और म्यूजिक बजाते निकले थे. कोई खिड़की से निकल रहा था तो कोई छत पर बैठा था. सिकंदरा पुलिस ने कारें सीज कर पांच को गिरफ्तार किया था. वहीं दिसंबर 2022 में युवकों का वीडियो वायरल हुआ था. वह गालियां देते हुए तमंचे दिखाकर धमकी दे रहे थे. पुलिस ने वीडियो को संज्ञान में लिया था. जगदीशपुरा थाना पुलिस ने युवकों की पहचान के बाद गिरफ्तार किया था. तमंचे और कारतूस बरामद कर आरोपी को जेल भेजा था. वहीं, फरवरी में थाना किरावली में वर्दी में बनाई लेडी कांस्टेबल की रील वायरल हो गई थी. मामला अधिकारियों के पास पहुंचा था. इसके बाद लेडी कांस्टेबल को लाइन हाजिर किया गया था. रील में लेडी कांस्टेबल अपने कार्यालय से बाहर की तरफ निकलती नजर आ रही थी. इंस्टाग्राम पर वीडियो को जमकर लाइक भी मिल रहे थे. वहीं अगस्त में थाना एत्माद्दौला की फाउंड्री नगर चौकी में मामला आया था. एक युवक ने चौकी प्रभारी की कुर्सी पर बैठकर रील बनाई थी. मामले की जानकारी पर मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
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डीजीपी ने पुलिसकर्मियों के लिए सोशल मीडिया पॉलिसी जारी कर रखी है. इसमें निर्देश थे कि कोई भी पुलिसकर्मी वर्दी में वीडियो और रील बनाकर शेयर नहीं करेगा. इसके अलावा वाद-विवाद या पुलिस की छवि को धूमिल करने वाली पोस्ट भी नहीं करेगा. इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से दिशा-निर्देश दिए गए थे. वहीं डीसीपी सिटी सूरज राय ने कहा कि साइबर सेल सोशल मीडिया पर नजर रखती है. आपत्तिजनक वीडियो और पोस्ट की शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाती है. किसी तरह के हथियारों संग और वाहनों से स्टंट करने वालों पर भी पुलिस उचित कार्रवाई करती है.