अब शव नदियों में नहीं होंगे प्रवाहित, सरकार भू-समाधि देने के लिए लोगों को करेगी प्रेरित, सीएम योगी का है आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में जल जीवन मिशन और नमामि गंगे परियोजना में हुई प्रगति की समीक्षा की. इसमें कई बड़े फैसले लिए गए.

By अनुज शर्मा | June 26, 2023 6:28 PM
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लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि शव को नदियों में प्रवाहित करने के स्थान पर भू-समाधि दी जाए.अधिकारी इसके लिए लोगों को प्रेरित करने का काम करें. सीएम ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में जल जीवन मिशन और नमामि गंगे परियोजना में हुई प्रगति की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने हर घर तक नल से जल पहुंचाने के प्रयासों के अंतर्गत शेष घरों को भी पाइप से पेयजल की सुविधा प्रदान करने व कार्य को समयबद्धता के साथ चरणबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए है.

नदियों में नहीं गिरे गंदा पानी 

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा टेनरी एवं अन्य औद्योगिक उत्प्रवाह के संबंध में सघन अनुश्रवण करते हुए उत्सर्जित उत्प्रवाह के मानक का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए. नदियों की स्वच्छता बिना जनसहयोग के संभव नहीं है. लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाए। शव को नदियों में प्रवाहित करने के स्थान पर भू-समाधि देने के लिए प्रेरित किया जाए.

2.65 करोड़ ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल मुहैया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘ हर घर नल-हर घर जल’ के संकल्प के साथ प्रदेश के 2.65 करोड़ ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का महाभियान चल रहा है. जल जीवन मिशन के प्रारम्भ से पूर्व मात्र 5.16 लाख परिवारों को ही नल से शुद्ध पेयजल की उपलब्धता थी. लगातार प्रयासों से अब तक 01 करोड़ 30 लाख से अधिक परिवारों के लिए शुद्ध पेयजल का सपना साकार हुआ है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में ही 59.38 लाख कनेक्शन लगाए गए हैं.

सीएम कानपुर का बनियापुर एसटीपी में देरी पर नाराज

सीएम ने प्रदेश में स्थापित सभी एसटीपी को क्रियाशील रखने,नॉन कंप्लाएंट यानि अक्रियाशील एसटीपी को तत्काल चालू कराने को कहा है. सीएम ने कहा कि कानपुर में उप्र जल निगम (नगरीय) के अधीन बनियापुर एसटीपी को चालू करने में देरी नहीं होनी चाहिए .

नदियों को साफ रखने के लिए जनसहयोग मांगा

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा टेनरी एवं अन्य औद्योगिक उत्प्रवाह के संबंध में सघन अनुश्रवण करते हुए उत्सर्जित उत्प्रवाह के मानक का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए. नदियों की स्वच्छता बिना जनसहयोग के संभव नहीं है. लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाए. शव को नदियों में प्रवाहित करने के स्थान पर भू-समाधि देने के लिए प्रेरित किया जाए.

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