अब शुरू हो जाएंगे रुके हुए काम, खत्म हुई आचार संहिता, क्या आप जानते हैं कितने लोगों ने कराया निकाय चुनाव ?
नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 की सभी प्रक्रिया समाप्त होने के साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग ने रविवार को आचार संहिता समाप्त करने की घोषणा कर दी.
लखनऊ. नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 की सभी प्रक्रिया समाप्त होने के साथ ही राज्य में आचार संहिता समाप्त कर दी गयी है. राज्य निर्वाचन आयोग ने रविवार को आचार संहिता समाप्त करने की घोषणा कर दी. सरकार और विभाग अब वह सभी काम शुरू कर सकेंगे जो आचार संहिता लगने के कारण रुक गए थे. आयोग ये मिली जानकारी के अनुसार 75 जनपदों में कुल 14684 पद (अध्यक्ष-760, सदस्य-13924) के लिए चुनाव कराया गया था. इसमें 162 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं 14522 पदों के लिए मतदान हुआ. प्रदेश में कुल 52.4 प्रतिशत मतदान हुआ.
जानें राज्य में सबसे कम और अधिक वोटिंग वाले निकाय
सबसे अधिकतम मतदान की बात करें तो नगर निगम के लिए सहारनपुर-55.8 प्रतिशत, नगर पालिका परिषद में, सरसांवा (सहारनपुर) में 78.17 प्रतिशत हुआ. नगर पंचायत के लिए गुलड़िया (बदायूं) में 89.52 प्रतिशत वोटिंग रही. प्रयागराज नगर निगम में सबसे कम 31.5 प्रतिशत वोट पड़े. नगर पालिका परिषद में रामपुर-38 प्रतिशत तथा नगर पंचायत में अनपरा (सोनभद्र) 40 प्रतिशत मतदान के कारण निचने पायदान पर रहा.
चुनाव में 5 लाख से अधिक अधिकारी- कर्मचारी ने दी सेवा
उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव कराने के लिए कुल 94 प्रेक्षकों की निगरानी में दो लाख 52 हजार 851 मतदान कार्मिक, सेक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट, प्रभारी अधिकारी, सहायक प्रभारी अधिकारी, निर्वाचन अधिकारी, सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं मतगणना कार्मिकों को लगाया गया था. 2 लाख 23 हजार 309 पुलिस होमगार्ड, 35 कम्पनी सीएपीएफ तथा 84 कम्पनी पीएसी एवं 2 प्लाटून पीएसी को लगाया गया था. 27430 मतपेटिका, 32510 कंट्रोल यूनिट, 38600 बीयू का प्रयोग किया गया.
राज्य के 760 नगरीय निकाय क्षेत्र में कुल 4 करोड़ 32 लाख 39 हजार 647 मतदाता हैं. इनमें 2 करोड़ 29 लाख 87 हजार 955 पुरूष तथा 2 करोड़ 2 लाख 51 हजार 692 महिला मतदाता हैं. 43244 मतदान स्थल एवं 13746 मतदान केन्द्र हैं. अतिसंवेदनशील प्लस केंद्र की संख्या 4891 है. मतगणना केन्द्रों की संख्या 353 थी.