Old Pension Scheme: सपा के घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन को मिली जगह, शिक्षक कर्मचारियों ने किया स्वागत
अटेवा लंबे समय से पुरानी पेंशन बहाली (Old Pension Scheme) के लिए आंदोलन चला रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले अटेवा ने वोट फॉर ओपीएस अभियान भी चलाया था.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन (Old Pension Scheme) और निजीकरण समाप्ति को रखने का शिक्षकों कर्मचारियों ने स्वागत किया है. ऑल टीचर्स इम्प्लाई वेलफेयर एसोसिएशन (ATEWA) के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि पुरानी पेंशन की बहाली को घोषणा पत्र में स्थान देने से शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों के भावनाओं का सम्मान हुआ है. क्योकि पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा शिक्षकों, कर्मचारियों के लिए जीवन-मरण का प्रश्न बन गया है. अग्निवीर योजना जो सेना के निजीकरण की शुरुआत है, उसको भी बंद करके स्थाई भर्ती करने की बात सपा अध्यक्ष ने कही है. यदि अग्निवीर योजना बंद हो जाए तो युवाओं के साथ बहुत बड़ा न्याय होगा.
विधानसभा चुनाव में भी था बड़ा मुद्दा
विजय बंधु ने कहा कि अटेवा लगातार पुरानी पेंशन बहाली (Old Pension Scheme) के लिए संघर्ष कर रहा है. उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी ने स्पेशल प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पुरानी पेंशन बहाली का वादा किया था. इसके बाद ये देश का सबसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था. कई राज्यों में इसके बाद पेंशन बहाल हुई और पूरे देश में पुरानी पेंशन के मामले को लेकर हलचल मची रही. अब लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में भी ये बड़ा मुद्दा है.
वोट की ताकत से पाएं पुरानी पेंशन
अटेवा (ATEWA) के महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि अब बारी मतदाताओं की है कि अपने वोट की ताकत से अपनी पुरानी पेंशन वापस लाएं. जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र, संप्रदाय व धारा -विचारधारा छोड़कर के अपने बुढ़ापे की लाठी के लिए वोट करें. तब जाकर आपका मुद्दा हल होगा. सभी लोग अधिक से अधिक मतदान करें और मुद्दों पर मतदान करें. डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि देशभर में एनपीएस के कर्मचारी लगभग एक करोड़ शिक्षक व कर्मचारी हैं. एक करोड़ लोगो के परिवार के पांच वोट को जोड़ लिया जाए तो लगभग 5 करोड़ वोट है और एक-एक शिक्षक कर्मचारी कम से कम पांच वोट और तैयार करेगा. यह संख्या 10 करोड़ के आसपास जाएगी जो किसी भी परिणाम को बदलने की क्षमता रखता है.
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