पुरानी पेंशन बहाली लोकसभा चुनाव में भी बनेगा बनेगा बड़ा मुद्दा, 04 फरवरी को रन फॉर ओपीएस

नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) के तहत देश भर में पुरानी पेंशन बहाली का अभियान चल रहा है. इस आंदोलन की वजह से झारखंड सहित छह राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली हो चुकी है. अब आखिरी चोट लोकसभा चुनाव में की जाएगी.

By Amit Yadav | January 30, 2024 8:19 AM

लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली लोकसभा चुनाव 2024 में भी बड़ा मुद्दा बनेगा. 30 अक्टूबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली कर चुका अटेवा (ATEWA) पेंशन बचाओ मंच और नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन (NMOPS) अब 4 फरवरी को लखनऊ में रन फॉर ओपीएस (Run For OPS) का आयोजन करेगा. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जनवरी से विभिन्न आयोजन भी शुरू कर दिए गए हैं.

अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने बताया कि स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन 12 जनवरी 2024 से 25 जनवरी 2024 तक जन संवाद, अटेवा आपके द्वार कार्यक्रम के तहत स्कूल, कॉलेज, कार्यालय सहित आम जनमानस को भी अटेवा के उद्देश्यों, संघर्षों एवं उपलब्धियों के बारे में जागरूक किया गया है. साथ ही उन्हें निजीकरण के दुष्परिणाम की जानकारी दी गई. 25 जनवरी को मतदाता एवं पेंशन जागरूकता मार्च हर जिला मुख्यालय पर शांतिपूर्ण ढंग से निकाला गया. जिसमें शिक्षक/कर्मचारी व अधिकारी के साथ-साथ समाज के अन्य प्रबुद्ध वर्ग को मुद्दों से जोड़ा गया और अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित किया गया.

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लखनऊ में जुटेंगे कर्मचारी

अटेवा ने 4 फरवरी 2024 को लखनऊ में Run for OPS का आह्वान किया है.. जिसमें कर्मचारी अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर ओल्ड पेंशन स्कीम के मुद्दे को मजबूत करेंगे. उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन हमारा संवैधानिक हक है. जिसे हम लेकर रहेंगे. सरकारी संस्थानों व पदों का निजीकरण देश के निम्न व मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए अभिशाप है. जिसके खिलाफ अटेवा लगातार संघर्ष करता रहेगा. Run for OPS के तहत अपने मुद्दे को नए तरीके से सरकार और समाज के सामने रखा जाएगा.

पांच राज्यों में बहाल हो चुकी है पुरानी पेंशन

विजय बंधु ने बताया नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) के तहत देश भर में पुरानी पेंशन बहाली का अभियान चल रहा है. इस आंदोलन की वजह से झारखंड सहित छह राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली हो चुकी है. अब आखिरी चोट लोकसभा चुनाव में की जाएगी. जिससे देश भर में पुरानी पेंशन को लागू कराया जा सके. उन्होंने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम (NPS) दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है. अटेवा ने इस बात की आशंका विगत कई वर्ष पहले ही कर दी थी, जो आज सच साबित हो रही है. अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि अटेवा लगातार सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग करता आ रहा है. अगर बहाल नहीं किया गया तो NPS के पैसों को निजी कंपनियों में निवेश कर सरकार को चूना लगाया जाता रहेगा. प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि पुरानी पेंशन शिक्षकों व कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी है. पुरानी पेंशन ही किसी सेवानिवृत्त कर्मचारी के बुढ़ापे का सम्मान है. इसलिए सरकार पुरानी पेंशन बहाल कर कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा दे.

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पेंशन जागरूकता मार्च से बढ़ायी सक्रियता

राजेश कुमार ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आह्वान पर पूरे प्रदेश में मतदाता एवं पेंशन जागरूकता मार्च का आयोजन किया गया था. इस मौके पर मार्च निकालकर प्रदेश के शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की और लोगों से अधिक से अधिक मतदान करने का आह्वान किया. उन्होंने बताया कि कर्मचारी लगातार पोस्टल बैलेट से मतदान करके पुरानी पेंशन बहाली का विरोध करने वाली सरकार को चेता रहा है. पोस्टल बैलेट में पुरानी पेंशन बहाली का विरोध करने वाली सरकारें कर्मचारियों से हार रही हैं. यदि केंद्र सरकार ने कर्मचारियों का ध्यान नहीं दिया तो लोकसभा चुनाव में केंद्रीय व राज्य कर्मचारियों का परिवार एकजुट होकर सरकार के विरोध में मतदान करेगा.

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