UP Corona vaccination: उत्तर प्रदेश में सोमवार को 15 से 18 वर्ष के बच्चों में कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण कराने के लिए जबरदस्त उत्साह रहा. देर शाम तक डेढ़ लाख से अधिक बच्चों ने अलग-अलग केंद्रों पर टीकाकरण कराया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं सिविल अस्पताल में टीकाकरण कार्यक्रम का निरीक्षण किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन बच्चों ने वैक्सीनेशन कराया है वह बच्चे और उनके अभिभावक बधाई के पात्र हैं. बच्चों को वैक्सीनेशन की तिथि और अगले दिन स्कूल में छुट्टी दी जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण बढ़ रहा है. कोविड वैरिएंट की सटीक पहचान के लिए प्रदेश में कई संस्थनों में जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जा रही है.
गोरखपुर, झांसी, गाजियाबाद के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों और एसजीपीजीआई लखनऊ में भी इसकी सुविधा तत्काल उपलब्ध कराई जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड केस की बढ़ोतरी को देखते हुए राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है. सभी जिलों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
ओमिक्रोन वेरिएंट की संक्रामकता के संबंध में विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैरिएंट तीव्र संक्रामक है. लेकिन पूर्व के वैरिएंट की तुलना में वैक्सीन लगवा चुके लोगों के लिए बड़ा खतरा नहीं है. लोगों में अनावश्यक डर न हो. उन्हें सही, सटीक और समुचित जानकारी दी जाए. जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
सीएम ने कहा कि घर-घर मेडिकल किट देने के लिए पैकेट तैयार किए जाएं. कोविड पर प्रभावी नियंत्रण और जरूरी रणनीति के लिए राज्य स्तर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का एक सलाहकार पैनल पहले ही गठित है. कोविड की बदलती परिस्थितियों के बीच इस समिति से ली जाए. मंगलवार को समिति के सदस्यों के साथ समीक्षा की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी शासकीय, अर्धशासकीय, निजी, ट्रस्ट, संस्थाओं, कंपनियों, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालयों, औद्योगिक इकाइयों में तत्काल प्रभाव से कोविड हेल्प डेस्क क्रियाशील करा दिया जाए. जरूरत के अनुसार डे केयर सेंटर भी स्थापित हों. बिना स्क्रीनिंग/सैनिटाइजेशन के किसी को परिसर में प्रवेश न दें.
पुलिस बल के हर सदस्य को प्री-कॉशन डोज
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में पुलिस बल की भूमिका को देखते हुए कोविड से बचाव के लिए हर सदस्य को प्री-कॉशन डोज दी जाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 जनवरी से सभी कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से ऊपर की आयु के को-मॉर्बीडिटी वाले नागरिकों को प्री-कॉशन डोज देने के निर्देश दिए हैं. एम्बुलेंस 24×7 एक्टिव मोड में रहें.