यूपी पुलिस और एनएसजी किसी भी आतंकी हमले को नाकाम करने से लेकर आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं. राजधानी लखनऊ में विधानभवन में की गई मॉकड्रिल के दौरान कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. आतंकी हमले की सूचना मिलने के कुछ ही पलों में कमांडो पहुंचे और विधान भवन के ऊपर हेलिकॉप्टर से उतरे.
उन्होंने कुछ ही मिनट में अपनी पोजिशन लेते हुए स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया. एमआई 17 और चौपर हेलिकॉप्टर से कमांडो गुरुवार को लोक भवन पर उतरे और आतंकी हमले को नाकाम किया.
विधानभवन के भीतर कई वीआईपी के साथ बड़ी संख्या में अधिकारियों और नागरिकों के आतंकियों के कब्जे में होने की सूचना पर ये एक्शन शुरू किया गया. हेलिकॉप्टर से विधान भवन पर कूदने के बाद कमांडो अलग अलग दिशा में फैल गए. कमांडो को छोड़कर हेलिकॉप्टर वहां से चला गया.
इस दौरान हेलिकॉप्टर से उतरते जवानों को देखकर लोग रुक गए और वीडियो बनाने लगे. वहं अचानक से शुरू हुई मॉकड्रिल से कुछ लोग थोड़ा घबरा गए. हालांकि, कमिश्नरेट पुलिस ने एक अपील जारी कर मॉकड्रिल के बारे में सभी को जानकारी दी थी, जिससे कि दहशत की स्थिति न बने.
इसके पहले बुधवार को भी लखनऊ में ऑपरेशन ‘गांडीव फाइव’ के तहत शहर के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर मॉकड्रिल की गई. बुधवार को मॉकड्रिल लखनऊ जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर छह, आलमबाग बस अड्डा, लोकभवन, लुलु मॉल और पलासियो मॉल में हुई.
मॉकड्रिल के दौरान एनएसजी कमांडो ने आधुनिक हथियार वाल रडार, रोडो सर्विलांस कैमरा और मिनी ड्रोन का इस्तेमाल किया. कमांडो आइईडी लगाकर धमाके के साथ एक दरवाजे को तोड़ते हुए दुश्मन के ऊपर धावा बोल देते हैं. इन सारे एक्शन को कैमरे के जरिए दूसरी टीम भी देखती है.
कमांडो के साथ कैनाइन यूनिट के डाग स्क्वायड भी शामिल आतंकियों की तरफ बढ़ते हैं. इस ऑपरेशन में एक टीम ने एक्शन किया वहीं दूसरी तरफ बम निरोधक दस्ते ने विधानभवन और लोकभवन में लगे बम को ढूंढकर उनको सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. पूरे एक्शन की निगरानी ड्रोन कैमरे से की गई और उसे दिल्ली मुख्यालय तक देखा गया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर एनएसजी और यूपी पुलिस के संयुक्त अभ्यास गांडीव-5 कार्यक्रम को देखा. उन्होंने एनएसजी के वार्षिक अभ्यास के पांचवें संस्करण में विभिन्न सर्जिकल ऑपरेशन की तैयारियों को भी परखा.
गांडीव-5 अभ्यास कार्यक्रम का उद्देश्य आतंकवादी हमले, किसी विमान के अपहरण या बंधक स्थिति में कमांडो बल के योजना मापदंडों को वैलिडेट करना है.
1984 में आतंकवादी और अपहरण के खतरों को बेअसर करने के लिए सर्जिकल कमांडो ऑपरेशन करने के लिए एनएसजी को एक संघीय आतंकवाद-रोधी बल के रूप में खड़ा किया गया था. इसके पास एक विशेष दस्ता भी है जो वर्तमान में उच्च जोखिम वाले वीवीआईपी को सशस्त्र सुरक्षा कवर प्रदान करता है.