Operation Gandiv-V: आतंकी हमले से हिला विधान भवन, पुलिस हेडक्वार्टर को भी बनाया निशाना!
एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम ने शीघ्रता से घटना स्थलों पर पहुंचकर घेराव (कॉर्डन) किया. घटना स्थल के एरियल व्यू के लिए ड्रोन, आतंकवादियों का पीछा करने के लिए नवीन तकनीक की बुलट-प्रूफ गाड़ियों, रात्रि में कार्य करने के लिए नाइट विजन वाइनाकूलर, अत्याधुनिक स्वचालित शस्त्र स्नाइपर का प्रयोग किया गया.
लखनऊ: यूपी में एनएसजी और एटीएस की मॉक ड्रिल विधान भवन और पुलिस हेडक्वार्टर पर भी हुई. गुरुवार दोपहर लगभग 2.50 बजे अंबेडकर मार्ग हजरतगंज स्थित विधान भवन लखनऊ पर आतंकियों के हमले और उन्हें न्यूट्रलाइज करने की मॉक ड्रिल की गयी. इसके बाद शाम 5.27 बजे पुलिस हेडक्वार्टर पर यही प्रक्रिया दोहरायी गयी. इसी के साथ दो दिन से चल रही मॉक ड्रिल सफलता से पूरी हो गयी.
विधान भवन में आतंकियों के बम विस्फोट की सूचना के बाद सुरक्षाकर्मियों ने एटीएस कंट्रोल रूम को दी थी. इसी के बाद एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम सूचना मिलते ही विधान भवन पहुंच गयी. यहां स्थानीय पुलिस से अधिकारियों ने पूरी जानकारी ली और घटना स्थल को अपने नियंत्रण में लिया. विधान भवन का घेराव करके सर्च की शुरू किया गया. इस दौरान सुरक्षा शाखा की बीडीडीएस टीम ने दो आईईडी अलग-अलग जगहों से बरामद की.
एसी प्लांट के कंट्रोल पैनल में छिपे दो आतंकवादियों की पुष्टि होने पर स्मोक कैंडल एवं चिली बम का प्रयोग किया गया, लेकिन वह बाहर नहीं आए. इसके बाद घटना स्थल को एनएसजी को सौंप दिया गया. एनएसजी टीम भारतीय वायु सेना एमआई हेलीकॉप्टर का प्रयोग कर छत के माध्यम से स्लीदरिंग व रेप्लिंग टेक्टिस का प्रयोग कर मुख्य हॉल में पहुंची. वहां उन्होंने कई आतंकवादियों को सांकेतिक रूप से मार गिराया.
पुलिस हेडक्वार्टर को बनाया निशाना
उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय भवन को शाम 5.27 बजे आतंकियों के द्वारा निशाना बनाए जाने की सूचना प्रसारित की गयी. यहां पीएचक्यू के गेट नंबर 3 के पास बम विस्फोट की सूचना एटीएस कंट्रोल रूम को दी गयी. एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंची. उसने पीएचक्यू को अपने नियंत्रण में ले लिया. यहां भी कमांडो की टीम ने घेराबंदी करके सर्च शुरू किया. यूपी एटीएस की टीम ने पीएचक्यू के चारों गेट को कवर करने के बाद गेट नंबर 2 से ऑपरेशन कार्रवाई शुरू की.
इस कार्रवाई के दौरान आतंकवादियों ने 5 विस्फोट किए. जिसमें एटीएस के कुछ कमांडो सांकेतिक रूप से घायल हुए. जिन्ह इलाज के लिये तत्काल अस्पताल रवाना किया गया. इसके बाद घटना स्थल को एनएसजी टीम को ब्रीफ करते हुए हैंड ओवर किया गया. एनएसजी टीम ने भारतीय वायु सेना के एमआई हैलीकॉप्टर से एरियल इंसर्सन करते हुए पीएचक्यू में प्रवेश किया. आतंकवादियों को न्यूट्रलाइज करते हुए शेष फ्लोर को क्लियर कराया गया.
यूपी पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इस मॉक ड्रिल में प्रत्येक स्थान पर एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम ने शीघ्रता से घटना स्थलों पर पहुंचकर घेराव (कॉर्डन) किया. घटना स्थल के एरियल व्यू के लिए ड्रोन, आतंकवादियों का पीछा करने के लिए नवीन तकनीक की बुलट-प्रूफ गाड़ियों, रात्रि में कार्य करने के लिए नाइट विजन वाइनाकूलर, अत्याधुनिक स्वचालित शस्त्र स्नाइपर आदि का प्रयोग किया गया. इसके अलावा टेक्टिकल सर्च व ऑपरेशन के दौरान फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास कर रहें 18 आतंकवादियों को सांकेतिक रूप से मार गिराया गया और 3 आतंकवादी को जिंदा पकड़ा.