Lucknow : राजधानी लखनऊ के बीकेटी थाने में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दो नाबालिग बहनों को गोद लेने वाले शख्स ने 6 साल से उनको बंधक बनाकर रखा था. इस दौरान उनके साथ दुष्कर्म करता रहा. जिसके बाद एक अपरिचित ने इस घिनौने कृत्य की शिकायत चाइल्डलाइन को फोन कर दी. जिसके बाद 181 वन स्टॉप सेंटर ने आरोपी के खिलाफ बीकेटी थाने में मुकदमा दर्ज करवाया, फिर पुलिस की मदद से दोनों बच्चियों को रेस्क्यू कराया है.
कई साल पहले दोनों नाबालिग लड़कियों के मां बाप की टीबी के कारण मौत हो गई थी. मां बाप की मौत के बाद दोनों लड़कियां अनाथ हो गई थीं, जिसके बाद दोनों अनाथ लड़कियों को एक परिवार अपने साथ ले गया था, वहीं 6 साल बाद सच सामने आया कि 12 साल की बच्ची को बंधक बनाकर रखा गया. इतना ही नहीं जिस शख्स को पिता का दर्जा दिया गया, वहीं उसके साथ दुष्कर्म करता रहा.
एक अपरिचित ने इस घिनौने कृत्य की शिकायत चाइल्डलाइन को फोन पर दी. जिसके बाद पूरा मामला उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग के संज्ञान में आया. आयोग ने तत्काल 181 वन स्टाफ सेंटर को लिखा और दो दिन में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर बच्ची को रेस्क्यू कराया गया.
इस पूरे मामले पर 181 वन स्टाफ सेंटर की मैनेजर अर्चना सिंह ने बताया कि ‘उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग का पत्र 17 मई को मिला था, जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. टीम बख्शी का तालाब पहुंची और दहशत में सुध बुध खो चुकी बालिका को लेकर आई. काउंसलिंग के दौरान मासूम फूट-फूटकर रोई और फिर आप बीती बताई. अर्चना सिंह ने बताया कि आरोपी के तीन बच्चे हैं. आश्चर्य की बात यह है कि पत्नी को उसकी करतूत की पूरी जानकारी थी.
वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर अर्चना सिंह ने बताया कि जब हमने लड़की से बात की तो उसने बताया कि माता-पिता के मरने के बाद यह लोग हमें ले आए. जिन्हें हम पिता कहते थे वे शराब पीकर बड़ी बहन के साथ दुष्कर्म करते थे. बाद में, उसने एक स्थानीय निवासी की मदद से मेरी बड़ी बहन को बाराबंकी जिले के दादरी के एक युवक को बेच दिया. वह युवक भी उसकी बड़ी बहन से दुष्कर्म करता था, जिससे अब दो बेटियां हैं. लेकिन मेरी बड़ी बहन 15 मई को उस युवक के घर से भाग कर वापस यहां आई थी. मगर, उसको युवक वापस लेकर चला गया.
अर्चना ने कहा कि इतना कहते ही मासूम हमसे लिपट गई और हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगी कि मुझे वहां नहीं रहना है. मैं मर जाऊंगी. मुझे वहां मत भेजिए. वहीं लड़की को सरकार द्वारा संचालित बालिका आश्रय गृह में शिफ्ट कर दिया गया है, जबकि उसकी बड़ी बहन अभी भी बाराबंकी में अपहर्ता के साथ है. जिसकी तलाश की जारी है.
इस पूरे मामले पर बीकेटी थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश चंद तिवारी ने बताया कि ‘181 वन स्टॉप सेंटर के द्वारा लड़कियों के साथ हुए अपराध को लेकर सूचना दी गई थी, जिसके बाद आरोपी के खिलाफ पॉक्सो व दुराचार का मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है और उससे पूछताछ कर उसे जेल भेज दिया है.