पवन कुमार गुप्ता बने डिप्लोमा फार्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी संगठन के अध्यक्ष
डिप्लोमा फार्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी संगठन के शाहजहांपुर जिला के अधिवेशन में नई कार्यकारिणी का चुनाव हुआ. चुनाव अधिकारी प्रद्युम सिंह, पर्यवेक्षक राजीव कुमार कनौजिया, महामंत्री अरविंद वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष जीके सचिन की देखरेख में पदाधिकारियों की घोषणा की गयी.
लखनऊ: डिप्लोमा फार्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी संगठन जनपद शाखा शाहजहांपुर का अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता को चुना गया है. इसके अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमलेश कुमार, उपाध्यक्ष बाबूराम आजाद, मंत्री श्याम देव, संयुक्त मंत्री अजय कुमार सक्सेना, संगठन मंत्री मोहम्मद शाहिद अली, कोषाध्यक्ष निशा तिवारी एवं संप्रेक्षक शिवलाल कनौजिया को चुना गया.
डिप्लोमा फार्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी संगठन का अधिवेशन एवं चुनाव प्रदेश जेके सचान की अध्यक्षता में संपन्न हुआ. चुनाव अधिकारी प्रद्युम सिंह, पर्यवेक्षक राजीव कुमार कनौजिया, महामंत्री अरविंद वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष जीके सचिन की देखरेख में पदाधिकारियों की घोषणा की गयी. मंच का संचालन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला मंत्री ने किया. शाहजहांपुर जनपद के अधिवेशन में फार्मासिस्ट की समस्याओं तथा मांगों के विषय में विस्तार से चर्चा हुई.
अधिवेशन में 9 सूत्री मांगों पर चर्चा
महामंत्री अरविंद कुमार वर्मा ने अधिवेशन में 9 सूत्री मांगों के विषय में विस्तार से अपनी बात रखें प्रदेश अध्यक्ष जेके सचान ने अधिवेशन को संबोधित किया. उन्होंने सभी फार्मासिस्टों को संगठित होकर कार्य करने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि संगठन फार्मासिस्ट की समस्याओं को लेकर शासन-प्रशासन से वार्ता करेगा. जिससे कई विसंगतियों को दूर कराया जा सके.
वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे पर केक काटा
डिप्लोमा फार्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी संगठन ने वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे का आयोजन किया. बलरामपुर अस्पताल में इस दिवस पर हुए कार्यक्रम में फार्मासिस्टों ने केक काटकर इस दिवस को यादगार बनाया. इस मौके पर चीफ फार्मसिस्ट राजीव कनौजिया ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में फार्मासिस्टों का कार्य क्षेत्र बढ़ता जा रहा है. अब वह दवाओं के शोध में अहम भूमिका निभा रहे हैं. फार्मेसिस्टों को क्रूड ड्रग का अध्ययन भी कराया जाता है. शरीर क्रिया विज्ञान, फामार्कोलॉजी, विष विज्ञान, ड्रग स्टोर मैनेजमेंट, माइक्रोबायोलॉजी सहित फार्मास्युटिक्स, फार्मक्यूटिकल केमिस्ट्री सहित विभिन्न विषयों का विस्तृत अध्ययन फार्मेसिस्ट को कराया जाता है.
2009 में हुई वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे की शुरुआत
औषधि की खोज से लेकर, उसके निर्माण, भंडारण, प्रयोग, कुप्रभाव, दवा को ग्रहण करने, उसके पाचन और उत्सर्जन की पूरी जानकारी फार्मेसिस्ट को होती है. इसलिए औषधियों के विशेषज्ञ के रूप में फार्मासिस्टों की जानकारी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. अन्य पदाधिकारियों कहा कि हर साल विश्व फार्मासिस्ट दिवस 25 सितंबर को मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 2009 में इस्तांबुल तुर्की में वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस ऑफ फामेर्सी एंड फार्मास्यूटिकल साइंस में इंटरनेशनल फार्मास्यूटिकल फेडरेशन द्वारा की गई थी.
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फार्मासिस्ट को सम्मानित करना और योगदान को सराहना है मकसद
इस दिवस को मनाने का मकसद दुनिया भर में फार्मासिस्ट को सम्मानित करना और उनके योगदान को सराहना है. प्रभारी अधिकारी फार्मेसी जेके सचान, चीफ फार्मसिस्ट राजीव कनौजिया, मनमोहन मिश्रा, बीवी चौधरी, सुभाष श्रीवास्तव, सीपी चौधरी व फार्मेसिस्ट अजय ने केक काटकर एक-दूसरे को बधाई दी. कार्यक्रम में सेवानिवृत्त हो चुके फार्मासिस्ट केके सचान, मंजू वर्मा व निशा तिवारी भी मौजूद थे.