Jhansi News: यूपी एसटीएफ और झांसी पुलिस से मुठभेड़ में शार्प शूटर राशिद कालिया गोली लगने से मारा गया है. झांसी जनपद के मऊरानीपुर में बदमाश का पीछा करते हुए एसटीएफ की उससे मुठभेड़ हुई, जिसमें बदमाश को गोली लगी. इसके बाद राशिद कालियाद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही थी. पुलिस के मुताबिक राशिद कालिया किडनैपिंग करने के लिए कुख्यात था. झांसी में मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाईवे झांसी खजुराहो पर ग्राम सितौरा के पास मुठभेड़ उसे गोली लगी. यूपी एसटीएफ के मुताबिक राशिद कालिया कानपुर नगर के थाना चकेरी में चिश्तीनगर निवासी था. वह मूल रूप से महोबा जनपद का रहने वाला था. राशिद कालिया पर जनपद कानपुर नगर और झांसी में 12 से ज्यादा मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. राशिद कालिया पर कानपुर में दर्ज मामले को लेकर अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन की ओर से एक लाख का इनाम घोषित किया गया था. वहीं झांसी पुलिस ने राशिद पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था. यूपी एसटीएफ काफी समय से उसकी तलाश में जुटी थी, शनिवार को राशिद के मऊरानीपुर इलाके में उसकी मौजूदगी की जानकारी मिली. इसके बाद बदमाश का पीछा करते हुए वह एनकाउंटर में मारा गया.
कानपुर में बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड यूपी में काफी सुर्खियों में रहा. पुलिस के मुताबिक पिंटू सेंगर का प्रापर्टी को लेकर कुछ लोगों से विवाद था, जिसके चलते उन्होंने पिंटू की हत्या की साजिश रची. इसके लिए भाड़े के हत्यारे बुलाए गए. 20 जून 2020 को सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रेश सिंह के घर के बाहर हत्यारों ने पिंटू सेंगर की हत्या की वारदात को अंजाम दिया. इसमें राशिद कालिया का भी नाम सामने आया.
हत्या से पहले राशिद कालिया और अन्य सभी शूटर्स ने पिंटू सेंगर के घर से आने-जाने का स्थान और उसकी गतिविधियों की रैकी की. हमलावरों की कोई पहचान नहीं हो इसके लिए वारदात के बाद बाइक से साथ-साथ उनके पहने कपड़े भी किसी को देने की प्लान बनाया गया. पिंटू सेंगर पर गोली राशिद कालिया और एक अन्य शातिर ने चलाई थी. इसके अलावा वारदात में कई अन्य शातिर भी शामिल थे, जिनकी बाद में गिरफ्तारी की गई.