PM Covid Review Meeting: ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट, टीकाकरण से यूपी में कोरोना नियंत्रण में: योगी आदित्यनाथ

सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार को आयोजित कोविड विषयक बैठक में वर्चुअल भागीदारी की. उन्होंने कहा कि ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोविड महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है. वर्तमान में प्रदेश में कुल 1384 एक्टिव केस हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2022 6:19 PM
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Lucknow: सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार को आयोजित कोविड विषयक बैठक में वर्चुअल भागीदारी की. उन्होंने कहा कि ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोविड महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है. वर्तमान में प्रदेश में कुल 1384 एक्टिव केस हैं, जिसमें से मात्र 19 लोग ही हॉस्पिटल में भर्ती हैं.

सीएम योगी ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी महामारी के बीच दो वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जो मार्गदर्शन मिला है, उसने न केवल महामारी के प्रसार पर नियंत्रण बनाने में सफलता प्राप्त की, बल्कि रिकवरी के स्तर को भी बेहतर रखा. वर्तमान में प्रदेश में कुल 1384 एक्टिव केस हैं. जिसमें से मात्र 19 लोग ही हॉस्पिटल में भर्ती हैं.

यूपी में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर मात्र 6 केस

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोविड पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है. बीते दो सप्ताह से एनसीआर के जिले गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ रहे हैं. प्रदेश की कुल पॉजिटिविटी दर 1.87% है, जबकि अप्रैल माह में अब तक 0.17% रही। गाजियाबाद में कुल 298 और गौतमबुद्ध नगर में 697 एक्टिव केस हैं. प्रदेश में प्रति मिलियन केस की संख्या मात्र 06 है.

एनसीआर के दो जिलों में केस बढ़ने के रुझान को देखते हुए दो जिलों के साथ-साथ पूरे एनसीआर और लखनऊ में फेस मास्क लगाया जाना अनिवार्य कर दिया गया है. हम हर दिन सवा लाख से डेढ़ लाख कोविड टेस्ट कर रहे हैं. पॉजिटिव पाये जा रहे लोगों का सैंपल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग भी कराई जा रही है. अब तक के सभी परिणाम ओमिक्रोन या इसके सब वैरिएंट होने की ही पुष्टि करते हैं.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी भविष्य की चुनौतियों के दृष्टिगत सभी जरूरी इंतज़ाम भी कर रहे हैं. प्रदेश में 508 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हैं. जबकि 42 हजार से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं. 6000 से अधिक स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. सीएचसी लेवल पर 30 से 50 और पीएचसी लेवल पर 4-6 बेड की सुविधा का विस्तार किया जा रहा है.

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