PM Kisan: बैंक जाने का झंझट खत्म! अब घर बैठे निकाल सकेंगे पीएम किसान के तहत मिले पैसे, ये रहा आसान तरीका
PM Kisan Samman Nidhi Yojna: किसान अब बिना किसी बैंक या एटीएम जाए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि या अन्य डीबीटी योजनाओं के तहत प्राप्त राशि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (Post Payments Bank) के माध्यम से अपने घर पर ही प्राप्त कर सकते हैं.
PM Kisan Samman Nidhi Yojna Updates: पीएम किसान योजना की 11वीं किस्त किसानों के अकाउंट में ट्रांसफर की जा चुकी है. इससे भी अच्छी बात ये कि किसान, अब बिना किसी बैंक या एटीएम जाए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि या अन्य डीबीटी योजनाओं के तहत प्राप्त राशि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (Post Payments Bank) के माध्यम से अपने घर पर ही प्राप्त कर सकते हैं.
घर बैठे निकाल सकेंगे डीबीटी योजनाओं के पैसे
दरअसल, किसानों को योजनाओं का लाभ लेने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इस बात का ख्याल रखते हुए डाक विभाग ने ये बड़ी पहल शुरू की है. डाक विभाग इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से घर बैठे लोगों को अपने बैंक खातों से यह राशि निकालने की सुविधा दे रहा है. आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (Aadhaar Enabled Payment System) द्वारा बैंक खातों से भुगतान की सुविधा घर बैठे डाकिया के द्वारा प्राप्त हो सकेगी.
पोस्टमास्टर ने बताए नई पहल के फायदे
वाराणसी क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, ‘किसानों को किसान सम्मान निधि के रुपए निकालने के लिए बैंक शाखा या एटीएम में जाना पड़ता है और ग्रामीण इलाकों में यह काफी दूर होते हैं. हम किसानों के लिए इसे सरल बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
बिना किसी दिक्कत के घर बैठे मिल जाएंगे पैसे
उन्होंने बताया कि, डाक विभाग पीएम किसान सम्मान निधि पाने वाले अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने के लिए ‘आपका बैंक, आपके द्वार’ अभियान शुरू कर रहा है. इस पहले के बाद किसान अपने आधार से जुड़े बैंक खाते से आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) के साथ किसान सम्मान निधि के रुपसे घर बैठे निकाल सकते हैं. इसके लिए एक डाक प्रतिनिधि उनके घर आएगा.
उन्होंने इस पहल के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि, यह अभियान चार जून से शुरू होकर 13 जून तक चलेगा. पीएम किसान सम्मान निधि के तहत पात्र किसानों को सालाना 6000 रुपये मिलते हैं जो प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से उनके बैंक खाते में भेजे जाते हैं. वर्ष में तीन बार दो हजार रुपये किसानों के खाते में भेजी जाती है.