गृह राज्य मंत्री टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की तीन दिन की रिमांड अवधि आज से शुरू हो गयी है और दूसरी तरफ टेनी के राजनैतिक भविष्य को लेकर भी राजनैतिक गलियारों में ढेरों अटकलें एवं अफवाह तैर रही हैं. ऐसे में टेनी के साथ क्या कोई संगठनात्मक कार्यवाही होगी या नहीं इस बात का जवाब फिलहाल संगठन स्तर के किसी गंभीर पदाधिकारी के तरफ से नहीं आया है.
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्र अब भी मान रहे हैं कि टेनी को लखीमपुर मामले में दोषी समझा जाना गलत है. भाजपा संगठन से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर प्रभात खबर को बताया कि ‘सिर्फ विपक्ष की मांग पर अजय जी को मंत्री पद से हटा देने की संगठन या पार्टी नेतृत्व कोई मंशा नहीं है, जांच में अगर वे भी दोषी पाए जाते हैं या उनकी भूमिका संदिग्ध रहती है तभी उन पर कोई दण्डात्मक कार्यवाही होगी और उसके लिये प्रधानमंत्री कार्यालय से निर्णय लिया जायेगा. सिर्फ उनके पुत्र के द्वारा किये गये किसी कृत्य के लिये अजय मिश्रा को फिलहाल हम लोग दोषी नहीं ठहरा सकते हैं.’
इसी बीच दिल्ली में दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नॉर्थ ब्लॉक में केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिज्जू और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा से मुलाकात की है. इस बैठक के बाद अटकलों का बाजार गर्म है. हालांकि, भाजपा नेताओं ने इस बात से इनकार किया है कि यह बैठक लखीमपुर खीरी घटना पर चर्चा के लिये आयोजित की गई थी. लेकिन माना जा रहा है कि इस बैठक में अजय मिश्रा के भविष्य और घटनाक्रम के बाद उपजे राजनैतिक गतिरोध से सम्बंधित सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुयी है.
सोमवार को उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव के सन्दर्भ में उत्तर प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आगामी रणनीति पर चर्चा करने के लिए राज्य के प्रभारी राष्ट्रीय नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की है.
बताया जा रहा है कि पार्टी पहले 100 ऐसे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जहां वह या तो 2017 में हार गई थी या अब जमीन खो रही थी. सोमवार को दिल्ली में हुयी इस बैठक में इन निर्वाचन क्षेत्रों में बूथ और मंडल स्तर पर 100 कार्यक्रमों सहित अगले 100 दिनों के लिए भाजपा के चुनावी अभियान को भी अंतिम रूप दिया गया है.
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