PM Modi In Jhansi: वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर सेना के तीन दिनों के राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व में हिस्सा लेने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झांसी पहुंचे. अपने डेढ़ घंटे के दौरे में पीएम मोदी ने लक्ष्मीबाई के किले को देखे. उनके सामने महारानी की गाथा पर आधारित लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया गया. इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ, सीडीएस विपिन सिंह रावत, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट समेत कई गणमान्य मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने झांसी को 3,425 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की सौगात दी. उन्होंने यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के झांसी नोड में भारत डायनमिक्स लिमिटेड की रक्षा सामानों की इकाई लगाने की बात कही. इसका शिलान्यास भी किया. साथ ही अल्ट्रा मेगा सोलर पावर पार्क का शिलान्यास और अटल एकता पार्क का लोकार्पण किया. इसके अलावा इंडियन आर्मी को ड्रोन, नेवी को एडवांस इलेक्ट्रानिक वारफेयर सूट, एयरफोर्स को लाइट काम्बैट हेलिकॉप्टर (एलसीएच) की सौगात भी दी.
ये झांसी, रानी लक्ष्मीबाई की ये धरती बोल रही है-
मैं तीर्थ स्थली वीरों की
मैं क्रांतिकारियों की काशी
मैं हूँ झांसी, मैं हूँ झांसी,
मैं हूँ झांसी, मैं हूँ झांसी…
– प्रधानमंत्री श्री @narendramodi #AatmanirbharDefence pic.twitter.com/N62GTTUWnS
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) November 19, 2021
पीएम मोदी ने एनसीसी पूर्व छात्रसंघ का शुभारंभ किया. इसके पहले सदस्य पीएम खुद बनें. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बुंदेलखंड और झांसी की धरती को नमन किया. उन्होंने जिक्र किया कि ‘मैं तीर्थ स्थली वीरों की, मैं क्रांतिकारियों की काशी, मैं हूं झांसी, मैं हूं झांसी.’ कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अपने एनसीसी के दिनों को भी याद किया. पीएम ने ऐलान किया कि हमारी सरकार ने सैनिक स्कूलों में बेटियों के एडमिशन की शुरुआत की है. 33 सैनिक स्कूलों में बेटियों के एडमिशन शुरू हैं.
पीएम मोदी ने जिक्र किया कि लंबे समय से भारत को दुनिया के सबसे बड़े हथियार खरीदार में गिना जाता रहा है. आज देश का मंत्र है- मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड. आज भारत सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रहा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधन में कहा कि एक समय हम रक्षा सामानों के सबसे बड़े आयातक थे. आज हम 65 फीसदी सामान देश में खरीद रहे हैं. राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी बातें कहीं. वहीं, सीडीएस जनरल विपिन सिंह रावत ने भी संबोधित किया. इस खास कार्यक्रम में सेना के अतुल्य साहस से जुड़ी एक फिल्म भी दिखाई गई.