उत्तर प्रदेश में जारी चुनावी सरगर्मी के बीच क्या सिर्फ DGP कॉन्फ्रेंस में शामिल हो रहे हैं PM मोदी?

पीएम मोदी शनिवार की सुबह लखनऊ में आयोजित 56वें अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक सम्मेलन में भी शिरकत करने पहुंचे. सियासी हलकों में चर्चाएं हैं कि क्या पीएम मोदी सिर्फ डीजीपी सम्मेलन में आए हैं?

By Prabhat Khabar News Desk | November 20, 2021 1:28 PM
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Lucknow News: पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. इसके बाद यूपी के महोबा में कई योजनाओं की सौगात दी. महोबा से पीएम मोदी झांसी गए और वहां राष्ट्रसेवा समर्पण दिवस में शामिल हुए. इन सबके बीच पीएम मोदी शनिवार की सुबह लखनऊ में आयोजित 56वें अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक सम्मेलन में भी शिरकत करने पहुंचे. सियासी हलकों में चर्चाएं हैं कि क्या पीएम मोदी सिर्फ डीजीपी सम्मेलन में आए हैं?

लखनऊ में आयोजित 56वें डीजीपी सम्मेलन में शामिल होने पीएम मोदी पहुंचे तो उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी, एनएसए अजित डोभाल समेत कई दिग्गज मौजूद रहे. उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित इस सम्मेलन में नक्सलवाद, आतंकवाद और माफिया तत्वों पर प्रभावी तरीके से अंकुश लगाने के उपायों पर चर्चा हो रही है. इस दौरान पीएम मोदी के सामने कई प्रजेंटेशन भी होंगे. इसमें उत्तर प्रदेश की मॉडर्न पुलिसिंग को लेकर भी चर्चा की जाएगी.

पीएम मोदी के तीन दिनों के लखनऊ प्रवास के दौरान किसी तरह की सियासी बैठक से इंकार किया जा रहा है. बीजेपी की तरफ से भी पीएम मोदी के पार्टी की किसी बैठक या कार्यक्रम में शिरकत करने की कोई खबर नहीं आई है. लखनऊ के लोगों की मानें तो पीएम मोदी अपने कैबिनेट के कद्दावर साथियों के साथ सिर्फ डीजीपी सम्मलेन में शामिल होने नहीं आ सकते हैं. हो सकता है वो सम्मेलन के बहाने किसी राजनीतिक मंथन या बैठक में शामिल हों. यूपी के चुनावी मौसम को देखकर इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं. यूपी में ताबड़तोड़ रैलियां करके पीएम मोदी ने इसकी तस्दीक भी की है.

पीएम मोदी के तीन दिनों के लखनऊ दौरे को देखें तो उन्होंने महोबा की रैली में कई योजनाओं की सौगात दी. यहां से विपक्षी पार्टियों पर भी हमले किए गए. कृषि कानूनों को वापस लेने पर पीएम मोदी ने कुछ नहीं कहा. बुंदेलखंड के किसानों की पूर्व की सरकारों में दुर्दशा का जिक्र करके उन्होंने कुछ नहीं कहकर भी बहुत कुछ कह दिया. इसके पहले पीएम मोदी ने सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करके भी विपक्षियों पर हमले किए थे. सवाल यह है क्या पीएम मोदी सिर्फ डीजीपी कॉन्फ्रेंस में शामिल होने लखनऊ पहुंचे हैं या पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चुनावी मंथन भी कर सकते हैं?

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