UP Police: खाकी का ट्रेन में आतंक, रेलवे कर्मी परेशान, डीआरएम एनईआर ने डीजीपी यूपी को लिखा पत्र

डीआरएम एनईआर (DRM NER) ने लिखा है कि इस घटना से चेकिंग स्टाफ का मनोबल गिर रहा हे. मानसिक तनाव व डर से कार्य करने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है. यही नहीं रेलवे (Railway) और पुलिस विभाग (UP Police) की छवि भी धूमिल हो रही है. इसलिये ऐसी घटनाएं रोकें.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2023 5:15 PM

लखनऊ: यूपी पुलिस (UP Police) की दबंगई से रेलकर्मी परेशान हैं. इसको लेकर डीआरएम एनईआर (DRM NER) आदित्य कुमार ने डीजीपी यूपी (DGP UP) को पत्र लिखा है. उन्होंने ट्रेन में खाकी की दबंगई के दो मामले भी पत्र में लिखे हैं. डीआरएम ने लिखा है कि पुलिसकर्मी बिना प्राधिकार के यात्रा करते हैं. ऑन ड्यूटी टिकट चेकिंग स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार-मारपीट करते हैं. इसे रोका जाये.

डीआरएम एनईआर ने दो घटनाओं की दी जानकारी

डीआरएम (DRM NER) आदित्य कुमार ने डीजीपी (DGP UP) को जानकारी दी है कि बीते एक सप्ताह के दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा ट्रेनों में बिना प्राधिकार के यात्रा करने और ऑन ड्यूटी चेकिंग स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार-मारपीट करने की घटनाएं सामने आ रही हैं. उन्होंने घटना की जानकारी अपने पत्र में दी है और लिखा है कि 10 मार्च को गोरखपुर लखनऊ के बीच एसी कोच में पुलिस कर्मियों ने बिना उचित प्राधिकार के यात्रा की. साथ ही ऑन ड्यूटी टीटीई के साथ अभद्र-व्यवहार मारपीट की. इस घटन के संबंध में एक यात्री ट्वीट भी किया है.

पुलिस झूठे आरोप में बंद करने की देती है धमकी

उन्होंने 15 मार्च की एक और घटना का उल्लेख पत्र में किया है. जिसे बताया गया है कि बस्ती-गोंडा के बीच एसी कोच में एसएचओ जीआरपी बस्ती ने बिना उचित प्राधिकार के ऑन ड्यूटी कंडक्टर से सीट देने के लिये दबाव बनाया. गाड़ी अधिक भीड़ होने के कारण सीट ना देने पर कंडक्टर के साथ मारपीट व जेल में झूठे आरोप में बंद करने की धमकी दी गयी.

खाकी के आतंक से रेलवे स्टाफ का मनोबल गिर रहा: डीआरएम

डीआरएम एनईआर ने लिखा है कि इस घटना से चेकिंग स्टाफ का मनोबल गिर रहा हे. मानसिक तनाव व डर से कार्य करने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है. यही नहीं रेलवे और पुलिस विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है. इसलिए इन घटनाओं पर अंकुश लगाना जरूरी है. डीआरएम एनईआर ने डीजीपी यूपी से अनुरोध किया है कि वह उचित दिशा-निर्देश जारी करें, जिससे इस तरह की घटनाएं ना हों.

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