पुलिस लाइन की रेट लिस्ट वायरल होने पर मचा हड़कंप, सिपाही के लिए एक हजार और दारोगा रवानगी के 2 हजार रेट फिक्स
उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में एक वायरल चैट ने हड़कंप मचा दिया है. यह वायरल चैट पुलिस लाइन की बतायी जा रही है. चैट के अनुसार, जिन सिपाहियों को परेड नहीं करना होता है, उन्हें 100 रपये देने पड़ते है. वहीं दारोगा रवानगी के लिए 2000 रुपये देना पड़ता है. हालांकि सिपाही के लिए 1000 रुपये फिक्स चार्ज है.
लखनऊ. सोशल मीडिया पर पुलिस लाइन की रेट लिस्ट तेजी से वायरल हो रही है. वायरल चैट के अनुसार, परेड में शामिल न होने पर रोजाना 100 रुपए का रेट देना होता है. वहीं सिपाही की रवानगी के लिए एक हजार रुपये का रेट लगाया गया है. दारोगा रवानगी के लिए 2 हजार रेट फिक्स किया गया है. सोशल मीडिया पर चैट वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. इतना ही नहीं चैट में महिला सिपाहियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है. हालांकि इस वायरल चैट की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.
चैट वायरल होने के बाद मचा हड़कंपबता दें कि किसी ने सोशल मीडिया पर वसूली की रेट लिस्ट अपलोड कर दी है. इस रेट लिस्ट को लेकर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. वायरल चैट में पूछा गया है कि होली तक कितना इकट्ठा हो जायेगा. दूसरे ने जवाब दिया है कि ‘सर’ माल तो सीपी से ही मिल पाएगा. चैट में सिपाही और दिवान से कितने रुपये लेने है, वह भी बताया गया है. इसके आलावा परेड में नहीं आने वालों से 100 रुपये वसूलने की बात कही गयी है. वहीं रवानगी पर जाने वाले सिपाही से 1000 और दारोगा से 2000 रुपये वसूलने की बात गई है.
सोशल मीडिया पर पुलिस लाइन की रेट लिस्ट वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है. इस वायरल चैट में परेड की संख्या बढ़ाने की बात कही गयी है. क्योंकि परेड की संख्या बढ़ाने पर ही ज्यादा से ज्यादा वसूली की जा सकेगी. इस के आलावा तोड़ने और जोड़ने की बात भी गयी गयी है. वायरल चैट के अनुसार, जो लोग 100 रुपये दे देंगे, उनको परेड नहीं करना होगा.
क्षेत्राधिकारी को सौंपी गयी जांच की जिम्मेदारीट्वीटर पर खीरी पुलिस ने रिट्वीट करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर वाट्सएप चैटिंग की सत्यता की जांच क्षेत्राधिकारी सदर जनपद खीरी को सौंपी गयी हैं. वायरल चैटिंग की सत्यता प्रमाणित होने पर कार्रवाई की जाएगी.