कानपुर पुलिस का नया कारनामा, महिला के शव से गायब कर दिए जेवरात, IGRS से हुआ खुलासा
कानपुर पुलिस ने अमानवीयता की हदें पार करते हुए महिला की लाश से जेवरात गायब कर दिए. वहीं, जब बेटे ने सवाल उठाया तो उसके खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर दी.
Kanpur : कानपुर पुलिस हमेशा अपने कारनामों के कारण सुर्खियों में बनी रहती है. ताजा मामला नजीराबाद थाने का है जहां पर स्थानीय पुलिस ने अमानवीयता की हदें पार करते हुए महिला की लाश से जेवरात गायब कर दिए. वहीं, जब बेटे ने सवाल उठाया तो उसके खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर दी.
यही नहीं, पीड़ित की ओर से जब आईजीआरएस में प्रार्थना पत्र दिया गया तो उसमें भी लीपापोती कर रिपोर्ट लगा दी गई. मामला सीएम योगी के जनता दरबार तक पहुंचा तो शासन ने जांच के आदेश दिए है. मामलें की जांच पुलिस कमिश्नर ने एसीपी कर्नलगंज को सौंपी है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, इस साल 12 अप्रैल को 109/234 रामकृष्ण नगर के रहने वाले निखिल उर्फ विवेक ने मां राजकुमारी की हत्या कर फांसी लगा ली थी. घटना के बाद इंस्पेक्टर नजीराबाद कौशलेन्द्र प्रताप सिंह चौकी इंचार्ज रवि कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जांच की थी. राजकुमारी के बड़े बेटे जितेंद्र उर्फ दुर्गेश ने बताया, मां की मौत के दौरान उनके शरीर में सोने की चेन, अंगूठियां और कंगन (तीन लाख के जेवर) मौजूद थे. गहने जांच के दौरान पुलिस ने अभिरक्षा में ले लिए थे.
जितेंद्र का आरोप है कि पुलिस ने ये गहने न तो पंचनामा में लिखे और न ही जीडी (जनरल डायरी) में अंकित किए है. वहीं, जितेंद्र का आरोप है कि मां का अंतिम संस्कार करने के बाद नजीराबाद थाने गए और जेवरों के बारे में पूछा. इस पर पुलिसकर्मियों ने धमकी देते हुए कहा कि जेवर भूल जाओ वरना जिंदगी बरबाद कर देंगे. जितेंद्र के मुताबिक जब कहीं से भी राहत नहीं मिली तो 22 जून को आईजीआरएस में शिकायत की.
इसकी जांच एसआई रवि कुमार ने की. 26 जून को एसआई ने रिपोर्ट दाखिल की उसमें भी जेवरों का कोई जिक्र नहीं था. साथ ही यह भी लिखा दिया कि निखिल का पत्नी प्रियंका से विवाद होता था. प्रियंका मायके चली गई. इसी खुन्नस में निखिल ने मां की हत्या कर दी.
पुलिस ने दर्ज किया दुर्गेश पर फर्जी मुकदमा
जितेंद्र उर्फ दुर्गेश ने आरोप लगाया कि मां के जेवरात के बारे में पूछा तो नजीराबाद पुलिस ने 23 जून को निखिल की पत्नी से तहरीर लेकर गृह अतिचार और चोरी का मुकदमा लिखवा दिया. इसकी विवेचना भी एसआई रवि कर रहे हैं. जब कहीं से सुनवाई नहीं हुई तो 28 जून को सीएम के नाम शिकायती प्रार्थना पत्र भेजा जिसमें इंस्पेक्टर नजीराबाद कौशलेन्द्र और रवि कुमार पर जेवरात गायब करने के आरोप लगाए.
वही पूरे मामले को लेकर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड का कहना है कि नजीराबाद पुलिस ने लिखापढ़ी में सारे जेवरात मृतका की बहू प्रियंका को वापस किए हैं. एसीपी कर्नलगंज मोहम्मद अकमल को जांच सौंपी गई है. जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.