लखनऊ. Post office Scheme: पोस्ट ऑफिस की शानदार योजनाओं की बात करें तो बैंक एफडी की तुलना में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोगों के द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. आपके पास 1, 2, 3 और 5 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट में चुनने का विकल्प होता है. अलग-अलग अवधि के लिए राशि जमा करने पर ब्याज दर भी अलग राखी गई है. जबकि पांच साल के लिए एकमुश्त राशि जमा करने पर ब्याज दर काफी ज्यादा मानी जा रही है.
आजकल डाकघर आवर्ती जमा शानदार विकल्प माना जा रहा है. जहां आपको अपनी जमा राशि में जबरदस्त ब्याज मिलना शुरू हो जाता है. इसके साथ ही आपका पैसा भी काफी सुरक्षित हो जाता है. डाकघर में जमा राशि को देखा जाए तो भारत सरकार को तरफ से गारंटी मिल रही है. जबकि बैंकों में जमा राशि अधिकतम 5 लाख तक सुरक्षित समझी जा रही है. वहीं आपको हर महीने फंड जमा करने के साथ लाखों का लाभ मिल जाता है.
बैंक एफडी से लोगों का इसलिए मोह भंग हुआ है क्योंकि बैंकों में जमा राशि अधिकतम 5 लाख तक सुरक्षित समझी जा रही है. इसके अलावा बैंकों द्वारा एफडी पर दिया जाने वाला ब्याज, रिजर्व बैंक के रेपो रेट पर निर्भर करता है. भारतीय रिजर्व बैंक का रेपो रेट जितना ज्यादा होगा, एफडी पर आपको उतना ही ज्यादा ब्याज भी मिलेगा. इसलिए एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरों में हमेशा कम-ज्यादा होता रहता है. इसके अलावा, अगर आप किसी बैंक में लंबे समय के लिए एफडी कराते हैं तभी आपको अधिक ब्याज मिलता है.
बैंकों की तरह पोस्ट ऑफिस भी नागरिकों को कई तरह की बचत योजना से संबंधित विकल्प उपलब्ध कराता है. पोस्ट ऑफिस की तमाम बचत योजनाओं में टीडी यानी टाइम डिपॉजिट भी शामिल है. इस योजना के तहत निवेशकों को 1 साल से लेकर 5 साल तक की अवधि वाले टीडी खोलने का विकल्प मिलता है. टीडी की मैच्योरिटी के बाद इसकी अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है.
टीडी के तहत एकल खाते व संयुक्त खाते भी खोले जाते हैं. संयुक्त खाते में अधिकतम 3 वयस्कों को शामिल किया जा सकता है. डाकघर टीडी खाता कम से कम 1000 रुपये से खोला जाता है, जिसके बाद आप इसमें न्यूनतम 100 रुपये भी जमा कर सकते हैं. आपको बता दें कि पोस्ट ऑफिस टीडी में जमा करने की कोई लिमिट नहीं है. 5 साल की टीडी पर आयकर अधिनियम 1961 के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है. पोस्ट ऑफिस टीडी में 1 साल पर 6.6 प्रतिशत और 5 साल पर 7.0 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है.