20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

UP Election 2022: रायबरेली सदर की MLA अदिति सिंह के विरोध में चस्पाए गए पोस्टर, की गई सामाजिक बहिष्कार की अपील

रायबरेली में करीब बीते दो दिनों में जगह-जगह कुछ पोस्टर चस्पाए गए हैं. इसके पीछे कौन है, यह अभी पता नहीं चल सका है. मगर इस पोस्टर में विधायक अदिति सिंह के लिए अपशब्द कहे गए हैं.

Lucknow News: रायबरेली में इन दिनों एक पोस्टर लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है. शहर में जगह-जगह चस्पा किए गए इन पोस्टर्स में विधायक अदिति सिंह को कुलकलंकिनी के नाम से पुकारा जा रहा है. इन पोस्टर्स में उनकी बहन देवांशी गुप्ता को भी बुरा-भला कहा गया है.

दरअसल, रायबरेली सदर से विधायक और पूर्व कद्दावर कांग्रेसी नेता अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह ने हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली है. वह पिछले करीब डेढ़ साल से पार्टी के विरोध में बयानबाजी कर रही थीं. उन्होंने कांग्रेस आलाकमान तक पर बयान देने से परहेज नहीं किया था. इसी क्रम में रायबरेली में करीब बीते दो दिनों में जगह-जगह कुछ पोस्टर चस्पाए गए हैं. इसके पीछे कौन है, यह अभी पता नहीं चल सका है. मगर इस पोस्टर में विधायक अदिति सिंह के लिए अपशब्द कहे गए हैं.

Also Read: कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और बसपा विधायक वंदना सिंह ने थामा कमल, स्वतंत्रदेव सिंह ने दिलाई सदस्यता पोस्टर में कहा गया अपशब्द
Undefined
Up election 2022: रायबरेली सदर की mla अदिति सिंह के विरोध में चस्पाए गए पोस्टर, की गई सामाजिक बहिष्कार की अपील 2

1. तुम्हारे पापों का प्रायश्चित क्षत्रिय समाज की पीढ़ियों को करना पड़ेगा.

2. तुमने क्षत्रिय समाज के साथ-साथ सर्वसमाज के बच्चों के लिए जहर वो कर पीढ़ियों को कलंकित करने की परम्परा को प्रोत्साहित किया है.

3. तुम्हारे लिए अगर कुल का कोई महत्व नहीं है तो क्षत्रिय समाज को भी तुम्हारी कोई आवश्यकता नहीं है. अब कभी अखिलेश सिंह की बेटी बन कर किसी क्षत्रिय की चौखट पर न जाना नहीं मुंह पर थूकेगा.

4. देश का क्षत्रिय समाज तुम्हारे अहंकार और पाप के कारण सैनी और गुप्ता को बहनोई नहीं कह सकता और नहीं तुम्हें दीदी.

5. तुमने अखिलेश सिंह और मंगलसिंह सैनी के परिवार को तबाह कर दिया अब अखिलेश दास गुप्ता के घर पर भी तुम्हारी कुदृष्टि है.

6. तुमने धुन्नी सिंह, अखिलेश सिंह का नाम तो मिट्टी में मिला ही दिया, योगी आदित्यनाथ का नाम अपने साथ जोड़कर उन्हें भी शर्मसार किया है.

7. जिस दिन लोग अंगद सिंह सैनी और विराजदास के पहले वाले लोगों के बारे में जान लेंगे तुम्हें अपने गिलास में कोई पानी नहीं देगा.

8. कभी न मिटने वाले नाम अखिलेश सिंह का नामो-निशान मिटा दिया है. इसलिए……….. ऐसी स्वेच्छाचारिणी चरित्रहीन और कुलकलंकनी बेटियों पर थूकता है रायबरेली का जनमानस.

बता दें कि सियासी गलियों में इसकी भी चर्चा है कि अदिति सिंह के भाजपा में जाने का बड़ा नुकसान उनके पति अंगद सिंह सैनी को हो सकता है. वे पंजाब की नवांशहर सीट से विधायक हैं. रायबरेली, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है. यहां यह जानना भी जरूरी है कि अदिति के पिता अखिलेश सिंह भी कांग्रेस से विधायक थे. बाद में उनके संबंध कांग्रेस से खराब हो गए थे. मगर उस समय भी वे पार्टी से अलग नहीं हुए थे.

कौन हैं देवांशी गुप्ता

विधायक अदिति सिंह की छोटी बहन देवांशी का विवाह लखनऊ के पूर्व मेयर व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. अखिलेश दास के बेटे विराज दास के साथ हुई है. अखिलेश दास बसपा के बड़े नेता थे. वर्तमान में देवांशी बीडीसी सदस्य हैं और धुन्नी सिंह फाउंडेशन नाम से एनजीओ चलाती हैं.

Also Read: UP Election 2022: बीजेपी में धाकड़ विधायक अदिति सिंह, पतिदेव कांग्रेस MLA, पंजाब और यूपी चुनाव पर कैसा असर?

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें