SDM jyoti maurya केस में कमांडेंट मनीष दुबे पर कार्रवाई, होमगार्ड मंत्री ने प्रमुख सचिव को दिए आदेश….
कारागार एवं होमगार्ड राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने महिला प्रशासनिक अधिकारी से प्रेम प्रसंग के कारण सुर्खियों में रहे होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की चर्चित पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे प्रकरण में शासन कार्रवाई करने जा रहा है. कारागार एवं होमगार्ड राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने महिला प्रशासनिक अधिकारी से प्रेम प्रसंग के कारण सुर्खियों में रहे होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं. ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्य ने मनीष दुबे पर पत्नी से अवैध संबंध और हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था. इस मामले में डीजी होमगार्ड विजय कुमार जोकि यूपी के कार्यवाहक डीजीपी भी हैं, ने कार्रवाई की सिफारिश की थी. कमांडेंट मनीष दुबे अभी महोबा में तैनात है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कारागार एवं होमगार्ड राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने डीजी होमगार्ड विजय कुमार की रिपोर्ट के आधार पर विभागीय जांच की संस्तुति कर दी है. मंत्री ने विभाग के प्रमुख सचिव को जल्दी से जल्दी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. इससे पहले अक्टूबर में ज्योति मौर्य ने याचिका दायर कर दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया था कि उनके खिलाफ प्रकाशित अपमानजनक सामग्री के कारण उन्हें लोगों की नजरों में खलनायक बना दिया गया है. हाई कोर्ट मौर्य द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से उनके निजी जीवन से जुड़ी फर्जी खबरों और ऑडियो वीडियो को हटाने की मांग की गई थी.
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शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई की सिफारिश
होमगार्ड विभाग ने मनीष दुबे पर लगे आरोपों की जांच पूरी कर ली है जिसमें वह दोषी पाए गए हैं. बताया जा रहा है कि उनका सस्पेंड करने की सिफारिश कर दी गई है. डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह ने अपनी जांच रिपोर्ट डीजी होमगार्ड को सौंप दी है. इस जांच में मनीष दुबे के ज्योति मौर्य समेत तीन मामलों का जिक्र किया गया है. मनीष दुबे को विभाग की छवि धूमिल करने का दोषी पाया गया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर मनीष दुबे के निलंबन की सिफारिश कर दी गई है। जल्द ही यह रिपोर्ट यूपी सरकार को भेजी जाएगी जो कार्रवाई पर फैसला लेगा. बताया जा रहा है कि मनीष दुबे का पहला मामला एसडीएम ज्योति मौर्य से जुड़ा है. दोनों के बीच संबंधों की वजह से विभाग की छवि धूमिल हुई है.
विभाग ने इन तीन आरोपों की जांच की
विभाग ने तीन आरोपों की जांच की थी. ज्योति के पति आलोक मौर्य ने आरोप लगाया है कि पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और कमांडेंट मनीष दुबे के बीच अफेयर है. दोनों मिलकर उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश रची है. दूसरा मामला मरोहा में एक महिला होमगार्ड ने मनीष दुबे पर अकेले कमरे में मिलने के लिए बुलाने का आरोप लगाया था. आरोप था कि जब वह मनहीं गई उसकी ड्यूटी रोक दी। महिला ने इसकी शिकायत डीजी होम से भी की थी. वहीं, तीसरी शिकायत मनीष दुबे की पत्नी ने की है. मनीष की पत्नी ने शादी के बाद 80 लाख रुपये दहेज मांगने का आरोप लगाया. हालांकि पहले मनीष की पत्नी ने बयान देने से साफ इंकार कर दिया था, बाद में दो पेज का अपना बयान डीआईजी संतोष सिंह को भेजा था.