अयोध्या : 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला मंदिर के अभिषेक समारोह (प्राण प्रतिष्ठा) से पहले, श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट ने शुक्रवार को राम लला मंदिर की पहली मंजिल के चल रहे निर्माण कार्य की कुछ तस्वीरें साझा की हैं. ंदिर ट्रस्ट ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर चल रहे काम की तस्वीरें साझा करते हुए कहा, “श्री राम जन्मभूमि मंदिर पहली मंजिल – निर्माण प्रगति.”पिछले हफ्ते ट्रस्ट के महासचिव और वीएचपी नेता चंपत राय ने मंदिर के गर्भगृह की तस्वीरें साझा की थीं. प्रतिष्ठा समारोह में रामलला की मूर्ति को नवनिर्मित राम मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा और उसके बाद इसे भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा. राय ने पहले कहा था कि भगवान राम के बाल रूप को दर्शाने वाली मूर्ति 90% तैयार है जिसका निर्माण मंदिर शहर में तीन स्थानों पर किया जा रहा है.”राम जन्मभूमि मंदिर में, भगवान राम के 5 वर्षीय बाल रूप को दर्शाने वाली 4’3” की मूर्ति का निर्माण अयोध्या में तीन स्थानों पर किया जा रहा है.
श्री राम जय राम जय जय राम!
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) December 8, 2023
Shri Ram Jai Ram Jai Jai Ram! pic.twitter.com/SZQlSwZl5X
तीन कारीगर पत्थर के तीन अलग-अलग टुकड़ों पर मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं, और एक मूर्तियां भगवान द्वारा स्वीकार की जाएंगी. राय ने कहा, ”ये मूर्तियां 90 प्रतिशत तैयार हैं, और परिष्करण कार्य पूरा होने में लगभग एक सप्ताह लगेगा.”राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण कार्य की देखरेख करने वाला मंदिर ट्रस्ट अक्सर निर्माणाधीन मंदिर और मंदिर के अंदर की नक्काशी की तस्वीरें साझा करता रहा है.ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर का निर्माण कार्य निरंतर गति से चल रहा है.
#WATCH | Uttar Pradesh: Preparations underway at the Ram Temple in Ayodhya ahead of the 'Pran Pratishtha' ceremony on January 22, 2024. pic.twitter.com/qdAuBHo6sy
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 15, 2023
राम लला की नई प्रतिमा अयोध्या में ही बन रही हैं. इसे तीन लोग बना रहे हैं. कौन लोग बना रहे हैं इसका खुलासा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की कमेटी समय आने पर करेगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय का कहना है, ”मूर्ति वही बनाएगा जो सक्षम है और जो पहले भी मूर्ति बनाने का काम कर चुका है. मूर्ति वही बनाएगा जो, 100 – 50 मूर्तियां पहने बना चुका है. मनुष्य मनुष्य में भेद करके नहीं देखा जा सकता है. तकनीकी काम वही करेगा जो सक्षम होगा. जो लोग समाज में भ्रांतियां फैला रहे हैं, उनसे मुझे कुछ नहीं कहना है. पूछने वाले को शायद विद्वानों और विद्वानों के नाम का पता नहीं होगा. कुछ लोग सिर्फ भ्रांतियां फैलाते हैं…’