लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सोनभद्र और मिर्जापुर (Sonbhadra and Mirzapur) जिले में कई जलापूर्ति योजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज शिलान्यास किया है. इन दो जिलों के करीब 41 लाख लोगों को पेयजल मुहैया कराने के लिए ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजना का शिलान्यास किया गया है. केंद्र सरकार की हर घर नल योजना के तहत उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार मिर्जापुर के 1606 गांवों में पाइप के जरिए पेय जल आपूर्ति शुरू करेगी.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है. ये विश्वास, उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था. पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है. सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है. विंध्य पर्वत का ये विस्तार पुरातन काल से ही विश्वास, पवित्रता, आस्था का एक बहुत बड़ा केंद्र रहा है. रहीमदास जी ने भी कहा- “जा पर विपदा परत है, सो आवत एहिं देस”.
मोदी ने कहा कि आजादी के दशकों बाद तक ये क्षेत्र उपेक्षा का शिकार रहा है. ये पूरा क्षेत्र संसाधनों के बाद भी अभाव का क्षेत्र बन गया. इतनी अधिक नदियां होने के बाद भी इस क्षेत्र की पहचान सबसे ज्यादा प्यासे, सूखा प्रभावित क्षेत्र की रही. आने वाले समय में जब यहां के 3 हजार गांवों तक पाइप से पानी पहुंचेगा तो 40 लाख से भी ज्यादा साथियों का जीवन बदल जायेगा. इससे यूपी के, देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को भी ताकत मिलेगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार से एक के बाद एक योजनाएं लागू हो रही हैं, उससे उत्तर प्रदेश की, यहां की सरकार की और यहां के सरकारी कर्मचारियों की छवि पूरी तरह बदल रही है. हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है. इस दौरान देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है. इसमें लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं.
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से हमारी माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है. इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है. इससे गंदे पानी से होने वाली अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है. सरकार एक साथी की तरह, एक सहायक की तरह आपके साथ है.
पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के जो पक्के बन रहे हैं, उसमें भी ये ही सोच प्रदर्शित हो रही है. किस क्षेत्र में कैसा घर होगा, पहले की तरह अब ये दिल्ली में तय नहीं होती. जब अपने गांव के विकास के लिए, खुद फैसले लेने की स्वतंत्रता मिलती है, उन फैसलों पर काम होता है, तो उससे गांव के हर व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है. आत्मनिर्भर गांव, आत्मनिर्भर भारत के अभियान को बल मिलता है.
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इस योजना से मिर्जापुर के 21,87,980 ग्रामीणों को सीधा फायदा होगा. सोनभद्र के 1389 गांवों को भी योजना से जोड़ने की शुरुआत कर दी गयी है. इन गांवों के 19,53,458 परिवार पेयजल आपूर्ति योजना से जुड़ेंगे. सोनभद्र में इस योजना पर सरकार 3212.18 करोड़ रुपये खर्च करेगी. वहीं, मिर्जापुर में बांध के माध्यम से रोके गये पानी को फिल्टर कर पीने के योग्य बनाया जायेगा और इसकी आपूर्ति की जायेगी.
मिर्जापुर में जलापूर्ति योजना पर 2343.20 करोड़ रुपये खर्च की जायेगी. अधिकारियों पीटीआई भाषा को बताया कि दोनों जिलों की योजनाओं से कुल 41,41,438 परिवार लाभान्वित होंगे. दोनों जिलों को मिलाकर योजना पर कुल 5555.38 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है. जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक दो साल के भीतर योजना को पूरा कर गांवों में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जायेगी.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पेयजल योजना के शिलान्यास के बाद मिर्जापुर के टाडा फाल गो आश्रयस्थल में गोपाष्टमी के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान वह दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के तहत स्कूल ड्रेस बनाने वाली महिलाओं को पारिश्रमिक का चेक भी सौंपेंगे. मुख्यमंत्री रविवार की शाम विंध्याचल धाम में माता विंध्यवासिनी के दर्शन करेंगे.