UP Assembly Election 2022: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने रायबरेली में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ शक्ति संवाद किया. इस दौरान उन्होंने महिलाओं और लड़कियों की बातों को सुना. प्रियंका गांधी ने कहा, आज महिलाओं को एकजुट होने की जरूरत है. अगर सारी महिलाएं एकजुट हो जाएं और तय कर लें कि हम इस देश की राजनीति बदलेंगे तो ये राजनीति बदल जाएगी.
‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ आधी आबादी की राजनीतिक दावेदारी की आवाज है।
मुझे खुशी है कि मेरी बहनें एकजुट होकर इस आवाज को मजबूत बना रही हैं।
‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ शक्ति संवाद, रायबरेली। pic.twitter.com/ldBRjrAz6O
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 19, 2021
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, हर जगह यही दिखता है कि लड़कियां बहादुरी से लड़ रही हैं. मुझे जिन पुलिसकर्मी लड़कियों ने गिरफ्तार किया था, मैंने पाया उनका भी शोषण हो रहा है. हर कहीं महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. मेरे मन में आया कि मुझे लड़कियों के लिए लड़ना है. हमें एकजुट होकर लड़ना है. हमारे बारे में कोई बात क्यों नहीं कर रहा है? अगर सारी महिलाएं एकजुट हो जाएं और तय कर लें कि हम इस देश की राजनीति बदलेंगे तो ये राजनीति बदल जाएगी.
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प्रियंका गांधी ने कहा, हमने महिलाओं के लिए अलग से घोषणापत्र बनाया. इसका असर हुआ और बाकी पार्टियां भी घोषणा करने लगी हैं. प्रधानमंत्री पहली बार सिर्फ महिलाओं की सभा करने जा रहे हैं. मैं बहुत खुश हूं. एक छोटी सी पहल से सारी पार्टियां महिलाओं के बारे में सोच रही हैं.
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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, कोई मां क्यों चाहती है कि उसकी बेटी पढ़ाई कर ले? क्योंकि वह अपनी बेटी को अपने जीवन का संघर्ष नहीं देना चाहती. आपसे कहा जाता है कि आप लड़की हैं. मेरा आपसे कहना है कि अपनी शक्ति को पहचानो. तय कर लो कि जो महिलाओं के लिए काम नहीं करेगा, सशक्त नहीं करेगा, उसे वोट नहीं मिलेगा. एक शौचालय या एक सिलेंडर से काम नहीं चलेगा. आपको सशक्त किया जाए. आपको आपका अधिकार मिले.
प्रियंका गांधी ने कहा, आज प्रदेश में जगह-जगह महिलाओं पर अत्याचार होता है और उल्टा पीड़िताओं पर ही मुकदमा दर्ज किया जाता है. यह गलत है. इसे बदलना होगा. आप सब ठीक कहती हैं कि अपने लिए खुद लड़ना होगा. आप लड़िए, मैं आपके साथ हूं. हम सब साथ मिलकर परिवर्तन लाएंगे. हम मिलकर इस समाज को समझाएंगे कि महिलाओं को नकार नहीं सकते. महिलाओं को बराबरी का अधिकार चाहिए.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, हमने अपना महिला घोषणापत्र जारी किया है, जिसमें सिर्फ स्मार्टफोन और स्कूटी नहीं है. वह आपके स्वास्थ्य, शिक्षा, सेहत, अर्थव्यवस्था और आपके अधिकारों के बारे में है. मैं आपसे कहती हूं कि आप हमें शक्ति दीजिए, हम आपको शक्ति देंगे.
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प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ शक्ति संवाद कार्यक्रम में छात्राओं ने भी अपनी बात रखी. छात्रा रुचि सिंह ने कहा, मैं घर से निकलती हूं तो लोग कहते हैं कि लड़की को घर से बाहर मत जाने दो. मैं घर से बाहर क्यों नहीं जा सकती? मैं लड़की हूं, लेकिन सबकुछ कर सकती हूं. आपका ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ नारा मुझे बहुत हिम्मत दे रहा है.
"मैं घर से निकलती हूं तो लोग कहते हैं कि लड़की को घर से बाहर मत जाने दो। मैं क्यों नहीं जा सकती? मैं लड़की हूं लेकिन सबकुछ कर सकती हूं। आपका 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' नारा मुझे बहुत हिम्मत दे रहा है।"
~ छात्रा रुचि सिंह, #यूपी_का_शक्ति_संवाद में pic.twitter.com/8yyVRMjJVA
— UP Congress (@INCUttarPradesh) December 19, 2021
एक अन्य छात्रा अंजलि ने कहा, बेटियों को बस इतनी हिम्मत देने की जरूरत है कि जब तक है सांस, तब तक लड़ो, जब तक हिम्मत है तब तक लड़ो. आपके अभियान से हमें भी हिम्मत आ गई है. हम घर तो चलाते ही हैं, देश भी चलाने की हिम्मत आ गई है.
बेटियों को बस इतनी हिम्मत देने की जरूरत है कि जब तक है सांस तब तक लड़ो, जब तक हिम्मत है तब तक लड़ो। आपके अभियान से हमें भी हिम्मत आ गई है। हम घर तो चलाते ही हैं, देश भी चलाने की हिम्मत आ गई है।
छात्रा अंजलि, #यूपी_का_शक्ति_संवाद कार्यक्रम में pic.twitter.com/6aNCED7cmx
— UP Congress (@INCUttarPradesh) December 19, 2021
Posted By: Achyut Kumar