यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 को समाजवादी पार्टी लगातार छोटे दलों को जोड़ने में जुट गई है. आप के संजय सिंह, रालोद के जयंत चौधरी और अपना दल के कृष्णा पटेल से अखिलेश यादव की मुलाकात के बाद आज जनसत्ता दल के अध्यक्ष और निर्दलीय विधायक राजा भैया मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे. मुलायम सिंह और राजा भैया के बीच मुलाकात को लेकर लखनऊ के सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है.
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात के बाद रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने कहा कि ये सिर्फ औपचारिक मुलाकात है. इसके राजनीतिक निहितार्थ न निकाला जाए. उन्होंने कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर आशीर्वाद लेने और बधाई देने आया था. मैं हरेक साल नेताजी से मिलने उनके जन्मदिन पर आता हूं.
इधर, सियासी गलियारों में उत्तर प्रदेश के कुंडा से छह बार के विधायक राजा भैया और मुलायम सिंह के बीच मुलाकात को लेकर चर्चा तेज हो गई है. राजा भैया 2012-17 की अखिलेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं और अखिलेश यादव से उनका संबंध बेहतर है. 2019 के चुनाव से पहले यूपी में राज्यसभा का चुनाव हो रहा था, तो उस वक्त भी राजा भैया अखिलेश यादव के भोज में शामिल हुए थे.
मुलायम सिंह ने बनाया था निर्दलीय मंत्री- 2002 में बीजेपी विधायक की शिकायत पर मायावती की सरकार ने राजा भैया को जेल भेज दिया था. इस दौरान मायावती सरकार ने राजा भैया पर पोटा कानून (आतंकवाद निरोधी अधिनियम 2002) भी लगा दिया था. हालांकि जेल से ही राजा भैया निर्दलीय चुनाव जीत गए, जिसके बाद मुलायम सिंह यादव ने अपनी सरकार में उन्हें मंत्री बनाया.
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