UP News: पाक, चीन समेत 155 देशों के नदियों के जल से राम लला ने किया स्नान, 8 देशों के राजदूत भी हुए शामिल
अयोध्या में रविवार को भगवान रामलला के प्रांगण में जलाभिषेक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जिसमें दिल्ली स्टडी ग्रुप अध्यक्ष व पूर्व विधायक डॉ. विजय जौली के नेतृत्व में दुनिया के सात महाद्वीपों के 155 देशों के पवित्र जल से जलाभिषेक कार्यक्रम संपन्न हुआ.
Lucknow : यूपी के अयोध्या में आज रविवार को भगवान रामलला के प्रांगण में जलाभिषेक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जिसमें दिल्ली स्टडी ग्रुप अध्यक्ष व पूर्व विधायक डॉ. विजय जौली के नेतृत्व में दुनिया के सात महाद्वीपों के 155 देशों के पवित्र जल से जलाभिषेक कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के प्रवासी भारतीयों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इस दौरान जय श्रीराम के नारों के बीच, अनेक देशों के राजदूत व राजनयिक भी इस भव्य कार्यक्रम में शामिल हुए.
कशक दरिया नदी का पवित्र जल भी जलाभिषेक में शामिल
इस अवसर पर अपने स्वागतीय भाषण में डॉ. विजय जौली ने बताया कि बाबर की जन्मस्थली के देश उज्बेकिस्तान के शहर अंदीजांन की प्रसिद्ध कशक दरिया नदी का पवित्र जल भी अयोध्या राम मंदिर जलाभिषेक के लिए विशेष रूप से भारत पहुंचा है. इसके साथ ही रूस व यूकेन के युद्ध ग्रस्त देशों के जल के साथ-साथ, चीन व पाकिस्तान का जल भी अयोध्या राम मंदिर जलाभिषेक हेतु भारत पहुंचा.
इस दौरान फीजी, मंगोलिया, डेनमार्क, भूटान, रोमानियां, हैती, ग्रीस, कोमोरोस, कबेवर्डे, मोन्टीनीग्रो, टुवालू, अल्बानियां और तिब्बत आदि देशों के राजनयिकों ने मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम के इस ऐतिहासिक जलाभिषेक कार्यक्रम में भाग लिया. भूटान, सूरीनाम, फीजी, श्रीलंका व कंबोडिया के वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों ने इस अवसर पर अपने शुभकामना संदेश डॉ. जौली को भेजे.
श्रीराम में केवल भारत नहीं, विश्व भर की आस्था- डॉ. जौली
डॉ. जौली ने कहा कि भगवान श्रीराम में केवल भारत ही नहीं, विश्व भर के लोगों की आस्था व विश्वास है. इस वैश्विक जल को एकत्रित करने में ढाई साल लगे तथा इससे न केवल हिंदुओं बल्कि मुसलमानों, ईसाईयों, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी समुदाय व विश्व के सातो महाद्वीपों के लोगों ने इस महाअभियान में सहयोग दिया है.
डॉ. जौली ने इसे ऐतिहासिक व अविस्मरणीय पल बताया. कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन पूने के नौ पंडितों द्वारा संस्कृत मंत्रोच्चारण द्वारा किया गया. विश्व भर से एकत्रित जल पर एक लघु फिल्म शलू कुमारी द्वारा निर्देशित भी दिखाई गई. इस दौरान श्रीराम कथा की संगीतमय प्रस्तुति पुज्यनीय अजय भाई जी के द्वारा की गई.