राम यंत्र पर भगवान राम
अयोध्या में राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के तीसरे दिन राम यंत्र पर भगवान राम के विग्रह को गर्भ गृह में स्थापित किया गया है. बालक रूप रामलला की मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठा के बाद खोला जाएगा. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है.
क्या होता है राम यंत्र ?
प्रभु राम के बालक रुप को राम यंत्र पर स्थापित किया गया है. क्या आपको पता है कि राम यंत्र क्या होता है और ये कितना फलदायी होता है. इस बारे में प्रभात खबर डॉट कॉम से बातचीत में पंडित रामदेव ने बताया कि वैदिक काल में पहले लोग यंत्र की पूजा करते थे. उस वक्त मूर्ति बनाने की व्यवस्थाएं नहीं थी. यंत्र तांबा, पीतल , चांदी या भोजपत्र पर बनाया जाता है.यंत्र का एक आकार होता है यंत्र के आकार के बीच में कुछ शब्द लिखे जाते हैं जैसे कि राम है तो राम का बीज रं लिखा जाएगा. उस बीज मंत्र को बीच में लिखा जाता है.
अंक और अक्षर को बीज मंत्र
कुछ यंत्र हैं जिसमें अंक को उस तरह से सेट किया जाता है कि उसकी गिनती होती है वो सब तरफ से जोड़ में समान होना चाहिए. उसी तरह से अंक और अक्षर को बीज मंत्र उकेरा जाता है यही राम यंत्र होता है
प्रभु राम की शक्ति
राम यंत्र को भोजपत्र पर बनाकर इसे सिद्ध करके ताबीज में डालकर पहन सकते हैं इसे पहनने से प्रभु राम की शक्ति शरीर को प्राप्त होती है. प्रभु राम हमारी रक्षा करते हैं. साथ ही सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है.मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम की कृपा से आत्मविश्वास बढ़ता है और कठिनाओं पर विजय प्राप्त होता है.
यंत्रों का विशेष महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हिंदू धर्म में यंत्रों का विशेष महत्व है. राम यंत्र की संरचना की बात करें तो यह चौकोर आकार का होता है इसमें कमल की 8 पंखुड़ियों में 6 त्रिकोण होते हैं जिनमें बीच में बीज शब्द लिखा होता है इसे राम रक्षा यंत्र भी कहा जाता है.
दूर होती हैं सभी बाधाएं
राम यंत्र आजकल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों बाजार में उपलब्ध हैं शुद्धिकरण के बाद विशेष पूजा के बाद इसकी स्थापना करने से घर में सकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सभी बाधाएं दूर होती हैं.
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