अयोध्या: श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन सरयू नदी के किनारे यजमान डॉ. अनिल मिश्रा विशेष पूजा कर रहे हैं. वहीं मंदिर के गर्भ गृह में भी पूजा शुरू हो गई है. बुधवार को विग्रह को मंदिर परिसर में भ्रमण कराया जाएगा. यज्ञ मंडप के 16 स्तंभ व चार द्वारों का पूजन होगा. 16 स्तंभों का 16 देवताओं के प्रतीक रूप में पूजन होगा. उन्हें अलग-अलग रंगों के वस्त्र धारण कराए जाएंगे. चारों द्वार चार वेदों के प्रतीक रूप में पूजे जाएंगे.
पहले दिन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र ने मूर्ति निर्माणस्थल पर प्रायश्चित एवं कर्म कुटी पर पूजा की थी. इसी के बाद रामलला के नेत्रों पर पट्टी बांध दी गई थी. यह पट्टी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर खोली जाएगी. आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने कहा कि यजमान अनिल मिश्रा ने सांगोपांग सर्व प्रायश्चित्त किया. सरयू नदी में स्नान किया. विष्णुपूजन करके पञ्चगव्य और घी से होम कर पंचगव्यप्राशन किया गया. द्वादशाब्द पक्ष से प्रायश्चित स्वरूप गोदान किया गया. दशदान के बाद मूर्ति निर्माण स्थान पर कर्मकुटी होम किया गया. इस कार्यक्रम में मूर्तिकार अरुण योगीराज भी शामिल हुए.
बताया जा रहा है कि मूर्तिकार अरुण योगीराज ने आचार्यों से विग्रह (प्रतिमा) का निरीक्षण करने का अनुरोध किया. कहीं कोई कमी हो तो बताएं. आचार्यों ने प्रतिमा के कुछ अंश पर घी और शहद लगाया और निरीक्षण किया. प्रतिमा के निरीक्षण और संतुष्टि के बाद रामलला से क्षमा मांगी गई. श्री राम से प्रार्थना की गई कि निर्माण की प्रक्रिया में छेनी सहित अन्य यंत्रों से आपको चोट पहुंची हो या कष्ट हुआ हो तो उसके लिए क्षमा करें.
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प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास और पुजारी सुनील दास ने अयोध्या राम मंदिर के ‘गर्भ गृह’ में पूजा की. सुनील दास ने मीडिया बातचीत में कहा कि राम मंदिर विश्व शांति का केंद्र बनेगा.
#WATCH श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास और पुजारी सुनील दास ने अयोध्या राम मंदिर के 'गर्भ गृह' में पूजा की। pic.twitter.com/6Jfm5eW6vk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 17, 2024