राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर, 1600 लोग कर रहे 24 घंटे की शिफ्ट में काम, श्रद्धालु जल्द कर सकेंगे दर्शन
राम मंदिर परिसर के गर्भगृह के ग्राउंड फ्लोर पर केवल फर्श और बिजली का काम बाकी है, जहां 'प्राण प्रतिष्ठा' के दौरान के दौरान भगवान राम लला की मूर्ति स्थापित की जाएगी. इस काम को दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा.
Ram Mandir : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य हाल के दिनों में रिकॉर्ड रफ्तार के साथ किया जा रहा है. निर्माण कार्य को तेज रफ्तार से पूरा करने के लिए ट्रस्ट के मैनेजमेंट ने वर्कर्स की संख्या को बढ़ा दिया है. अब 1600 वर्कर्स को इसके निर्माण कार्य में लगाया गया है, पहले यह संख्या 550 थी. दरअसल ट्रस्ट भक्तों को दर्शन के लिए जनवरी 2024 तक मंदिर निर्माण को पूरा कर लेना चाहता है, इसी को ध्यान में रखते हुए वर्कर्स की संख्या में बढ़ोत्तरी की गई है.
मंदिर के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए इसके लिए काम करने के घंटों में भी इजाफा किया गया है. पहले 18 घंटे की शिफ्ट में यहां काम हो रहा था लेकिन अब निर्माण कार्य 24 घंटे की शिफ्ट में चल रहा है. भगवान राम के गर्भ ग्रह में अब सिर्फ फर्श और इलेक्ट्रिक काम बचा है बाकि सारे काम को पूरा कर लिया गया है. यहीं पर भगवान राम की मूर्ति को स्थापित किया जाएगा. यहां भव्य कार्यक्रम में अगले वर्ष जनवरी माह में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा.
पहली मंजिल का काम जनवरी माह में पूरा हो जाएगा- प्रोजेक्ट मैनेजर
श्री राम जन्मभूम तीर्थ क्षेत्र के प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश अफाले ने बताया कि मंदिर के ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल का काम जनवरी माह में पूरा हो जाएगा. अभी हमारी प्राथमिकता ग्राउंड फ्लोर को दिसंबर माह तक पूरा करने की है, इसे प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूरा करना है. पहली मंजिल पर काम भी पूरा हो जाएगा, इसके पिलर, स्लैब आदि को जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा ताकि श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आ सकें.
लेकिन पहली मंजिल पर मार्च 2024 तक प्रवेश की इजाजत नहीं होगी, जबतक कि यहां का काम पूरा नहीं हो जाता है. प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि तीन मंजिल का कार्य पूरा होने में डेढ़ साल लगेंगे. बारिश की वजह से काम काफी प्रभावित हो रहा है. बाहर परकोटा का कार्य सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है लेकिन अंदर का काम बिनी किसी देरी के किया जा रहा है.
काम की रफ्तार को बढ़ाने के लिए अब 24 घंटे यहां पर काम हो रहा है. तकरीबन 1200 कर्मचारी जिसमे इंजीनियर, सुपरवाइजिंग स्टाफ, मजदूर यहां पर काम कर रहे हैं. ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और इंजीनियरिंग टीम के राधे जोशी ने बताया कि शाम के बाद सिर्फ कार्बिंग से संबंधित काम रूकता है बाकि का सिविल वर्क निर्बाध रूप से जारी रहता है. अयोध्या में राम मंदिर पर काम ने हाल के हफ्तों में गति पकड़ ली है और ट्रस्ट के प्रबंधन को कर्मचारियों की संख्या 550 से बढ़ाकर 1,600 करने का काम सौंपा गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मंदिर को जनवरी 2024 में भक्तों के लिए खोला जा सके.