अयोध्या में कल से शुरू होगी रामलीला, 25 अक्टूबर विजयादशमी तक चलेगी, जानें क्या है आकर्षण का केंद्र
भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या (Ayodhya) के लक्ष्मण किला में राजनीतिक और बॉलीवुड कलाकारों के अभिनय वाली रामलीला (Ramlila) शनिवार से शुरू होगी और 25 अक्टूबर तक चलेगी. राज्य के संस्कृति और पर्यटन विभाग तथा अयोध्या शोध संस्थान के सहयोग से होने वाली यह रामलीला भी आकर्षण के केंद्र में है. बॉलीवुड (Bollywood) के कलाकारों के चलते भी रामलीला का आकर्षण बना हुआ है.
लखनऊ : भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या के लक्ष्मण किला में राजनीतिक और बॉलीवुड कलाकारों के अभिनय वाली रामलीला शनिवार से शुरू होगी और 25 अक्टूबर तक चलेगी. राज्य के संस्कृति और पर्यटन विभाग तथा अयोध्या शोध संस्थान के सहयोग से होने वाली यह रामलीला भी आकर्षण के केंद्र में है. बॉलीवुड के कलाकारों के चलते भी रामलीला का आकर्षण बना हुआ है.
आयोजन से जुड़े लोगों का कहना है कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल के चलते रामलीला के ऑनलाइन प्रसारण का ही फैसला किया गया है.सोशल मीडिया और यूट़यूब पर इसका प्रसारण होगा.हिंदी के अलावा अंग्रेजी, भोजपुरी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मराठी, पंजाबी, उर्दू, राजस्थानी, हरियाणवी, बांग्ला समेत कुल 14 भाषाओं में इसका प्रसारण किया जाएगा.आयोजकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी रामलीला देखने का आमंत्रण दिया है जिसे मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया.
रामलीला में भरत की भूमिका निभाने वाले गोरखपुर के भाजपा सांसद रवि किशन शुक्ल भोजपुरी में कहते हैं कि ”अयोध्या में प्रभु श्रीराम क भव्य मंदिर बनत बा, अउर एसे सुंदर का होई कि प्रभु श्रीराम के भूमि पर होवे वाली रामलीला में हम भूमिका निभाइब. जीयते जी मोक्ष मिल जाई.” (अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है और इससे सुंदर क्या होगा कि प्रभु श्रीराम की भूमि पर होने वाली रामलीला में हम भूमिका निभाएंगे. हमें जीते-जी मोक्ष मिल जाएगा.)
रवि किशन ने बताया कि ”बचपन में वह अपने गांव में रामलीला में सीता और अंगद की भूमिका करते रहे हैं.यह मां भगवती की कृपा है जो उन्हें यह अवसर मिला है.” कुंभकर्ण की भूमिका निभाने वाले बागपत से दो बार लोकसभा प्रत्याशी रहे भाजपा नेता मुखिया गुर्जर कहते हैं कि आयोजन में स्थान विशेष को महत्व दिया गया है.उन्होंने कहा कि वह मेरठ से आते हैं और उनका चयन इसलिए किया गया कि मेरठ रावण की ससुराल है.गुर्जर का कहना है कि इस आयोजन में रामायण के सभी पात्रों से जुड़े स्थानों को भी किसी न किसी बहाने एक सूत्र में पिरोया गया है.
रामलीला के लिए भगवान राम की शाही पोशाक उनकी ससुराल जनकपुर धाम (नेपाल) से बनकर आ रही है जबकि उनका धनुष कुरुक्षेत्र में तैयार हुआ है.सीता मैया की सजावट के सभी सामान अयोध्या में ही तैयार किये जा रहे हैं.दिलचस्प यह कि रावण के वस्त्र और आभूषण श्रीलंका से मंगाए गये हैं.श्रीराम के चरण जिन स्थानों पर पड़े उनमें 18 स्थानों की मिट़टी को एकत्र कर कलश पूजन किया गया है.
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रामलीला आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक दिल्ली के भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा हैं जबकि रामलीला में दिल्ली के ही सांसद मनोज तिवारी (अंगद) और गोरखपुर के सांसद रवि किशन (भरत) की भूमिका में आ रहे हैं.ये दोनों सांसद सिने जगत में भी दखल रखते हैं.आयोजन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली की मजबूत भागीदारी है.
हापुड के सोनू डागर (राम) की भूमिका में नजर आएंगे वहीं मुखिया गुर्जर के पुत्र परिवंदर सिंह (शत्रुघ्न) का अभिनय करेंगे.बॉलीवुड से बिंदु दारा सिंह-हनुमान, असरानी-नारद मुनि, रजा मुराद-अहिरावण, शाहबाज खान-रावण, राकेश वेदी-विभीषण, और रितु शिवपुरी-कैकेयी की भूमिका में नजर आएंगी.राजेश पुरी और अवतार गिल भी इस रामलीला में अभिनय करेंगे.
Posted By : Rajneesh Anand